जिम्मेदारों से मुलाकात : हठधर्मिता और गलत काम करने के तरीकों का भुगतना पड़ा खामियाजा : संयुक्त मोर्चा
🔲 संयुक्त मोर्चा ने नवागत डीपीसी व सहायक आयुक्त से की मुलाकात
हरमुद्दा
रतलाम, 8 अक्टूबर। हठधर्मिता और गलत काम करने के तरीकों का खामियाजा भुगतना पड़ा। सामंजस्य व उचित तरीके से निर्णय लेकर साथ मे कार्य करने के मुद्दे को लेकर संयुक्त मोर्चा ने नवागत डीपीसी व सहायक आयुक्त से मुलाकात की।
नवागत डीपीसी मोहनलाल साँसरी व नवागत सहायक आयुक्त एमएल आर्य से मुलाकात कर उनके पदभार पर स्वागत किया गया। इस अवसर पर दोनों को हिंदी दिवस की 18वे वर्ष की स्मारिका भेंट की गई।
डीपीसी ने दिया आश्वासन
उनसे पूर्व में किये गए कार्यो से अवगत कराया व आने वाले समय में आपसी सामंजस्य के साथ कार्य करने व उचित तरीके से निर्णय लेकर साथ मे कार्य करने के लिए निवेदन किया गया। डीपीसी श्री साँसरी ने भी सबकी बातों को सराहते हुए साथ मिलकर कार्य करने के लिए आश्वासन दिया है।
आपस में तोड़ने की कोशिश की गई संघठनों को
मुलाकात के दौरान श्याम टेकवानी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि जिस तरह भूतपूर्व सहायक आयुक्त की हठधर्मिता और गलत काम करने के तरीकों का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा है। सही संघठनों की पहचान न करके संघठनों आपस में तोड़ने की कोशिश की गई थी। ऐसा रतलाम में न कभी हुआ है न होगा।
लोगों को भड़काया जाएगा तो उसकी प्रतिक्रिया तो होगी ही
डॉ. मुनीन्द्र दुबे ने कहा कि हम किसी का विरोध नहीं करते लेकिन अगर हमारे काम ही नहीं होंगे और हमारे खिलाफ ही हमारे लोगों को भड़काया जाएगा तो उसकी प्रतिक्रिया तो होगी ही।
फंड के बाद वेतन मिलना सबसे बड़ा गुनाह : सहायक आयुक्त
सहायक आयुक्त श्री आर्य ने भी आश्वाशन दिया है कि बहुत जल्दी साथ बैठकर हम सभी पुराने रुके हुए कामों पर कार्य करेंगे। कर्मचारी का पहला हक़ उसका वेतन है जो उसको पहली तारीख पर संवैधानिक हक़ के तहत मिल जाना चाहिए। जबकि पूर्ण फण्ड उपलब्ध हो ओर वेतन न मिलना सबसे बड़ा गुनाह है।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर संयुक्त मोर्चा के म.प्र तृतीय वर्ग शाशकीय कर्मचारी संघ के श्री टेकवानी, राज्य शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष डॉ. दुबे,म.प्र. तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ जिलाध्यक्ष तेजपाल सिंह राणावत, प्रान्तीय शिक्षक संघ के जिलाध्यक गोपाल बोरिया, ट्राइबल वेलफेयर के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र टांक, नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के जिला संयोजक राजीव लवानिया के अतिरिक्त भावना पुरोहित, आलोक कोठारी, मुस्तकीम सिद्दीकी, पिंकी यादव, निर्मल चौहान, संजय मेहता, संदीप सालवी, हरीश भिंडवाल, आसिफ खान, रजनीश चौहान, नवीन बोरिया, शैतान सिंह राठौर व अन्य लोग मौजूद थे।