शारदीय नवरात्र : श्री कालिका माता मंदिर में घट स्थापना 17 अक्टूबर को, शाम को 11-11 महिलाएं करेंगी गरबा रास से आराधना
🔲 सुबह 4:00 बजे खुलेंगे दर्शनार्थियों के लिए मंदिर के पट
🔲 11 महिलाएं करेगी एक बार में गरबा रास
हरमुद्दा
रतलाम, 15 अक्टूबर। अति प्राचीन एवं चमत्कारी श्री कालिका माता मंदिर पर मां की आराधना का महा पावनपर्व शारदीय नवरात्रि महोत्सव कोविड-19 कोरोना वायरस संक्रमण के कारण धूमधाम से नहीं मनाया जाएगा। सुबह 4:00 बजे दर्शनार्थियों के लिए मंदिर के पट खुलेंगे। सभी को मास्क व सेनीटाइजर का उपयोग अनिवार्य रहेगा। गरबा रास से आराधना होगी लेकिन दर्शनार्थी के लिए नहीं रहेगी।
श्री कालिकामाता सेवा मण्डल ट्रस्ट अध्यक्ष राजाराम मोतियानी ने हरमुद्दा को बताया कि शासकीय आदेश अनुसार अल-सुबह होने वाले गरबारास, दशहरे पर निकलने वाली झांकियां और रामजी की सवारी के आयोजनों को निरस्त कर दिया गया है।
केवल मां की आराधना की परंपरा का निर्वाहन करते हुए मंदिर परिसर में शाम को 7 बजे से रात्रि 8 बजे तक 22 महिलाओं द्वारा गरबा रास किया जाएगा। इसमें 30 मिनीट 11 महिलाएं गरबा रास करेंगी, फिर दुसरी 11 महिलाएं गरबारास कर मां की आराधना करेंगी। गरबारास को देखने के लिए भीड़ एकत्रित न हो इसके लिए गरबा परिसर को चारों तरफ से परदे से ढक दिया जाएगा। गरबा परिसर में माता जी की प्रतिमा एवं चांदी का गरबा स्थापित कर प्रतिदिन पूजा-अर्चना की जाएगी।
सुबह 4:00 बजे खुलेंगे मंदिर के पट दर्शनार्थियों के लिए
मण्डल ट्रस्ट के मुकेश जोशी ने बताया कि दर्शनार्थियों के लिए मंदिर के पट प्रतिदिन सुबह 4 बजे से रात्रि 11 बजे तक खुले रहेंगे। मां के दर्शन के लिए मंदिर में पांच की संख्या में ही दर्शनार्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। पांच दर्शनार्थियों को दर्शन कर लेने के बाद ही दुसरे पांच दर्शनार्थियों को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। सेनेटाईजर व मास्क का उपयोग सभी को आवश्यक रूप से करना अनिवार्य है।
अभ्यागतों को वितरित करेंगे भोजन के पैकेट
सोशल डिस्टेसिंग का पालन करते हुए अभ्यागतों की लाईन लगवाकर सुबह 11 बजे से 12 बजे तक भोजन के पैकेट वितरित किए जाएंगे। प्रतिदिन एक या दो घण्टे तक एक व्यक्ति द्वारा नो दिनों तक रामायण परायण किया जाएगा।
शनिवार को 7:30 बजे होगी श्री कालिका माता मंदिर में घट स्थापना
नवरात्रि की तिथियों की घोषणा करते हुए मंदिर के राजू पुजारी ने बताया कि 17 अक्टूबर शनिवार को शुभ मर्हुत में सुबह 7:30 बजे घट स्थापना एवं धर्मध्वजा रोहण के साथ नवरात्रि पर्व का शुभारंभ होगा। माता जी की महाआरती प्रतिदिन सुबह 6:35 बजे से और रात्रि में 8:35 बजे से होगी। 24 अक्टूबर शनिवार को महाअष्टमी पर माता का भव्य श्रृंगार किया जाएगा और सुबह 9 बजे से पुजारी परिवार द्वारा हवन कुण्ड में आहुतियां दी जाएगी। जिसकी पूर्णाहुति दोपहर 2 बजे होगी। 25 अक्टूबर रविवार को सुबह नवमी व दोपहर बाद दशहरा मनाया जाएगा।