प्रशासन पर आरोप : कोचिंग इंस्टीट्यूट से फैलेगा कोरोना लेकिन चुनाव रैलियों से नहीं
🔲 कोचिंग संस्थान पर लगी पाबंदी को हटाए जाने के लिए रतलाम कोचिंग इंस्टिट्यूट एसोसिएशन ने एसडीएम के नाम सौपा ज्ञापन
हरमुद्दा
रतलाम 26 नवंबर। लम्बे समय के बाद प्रदेश सहित रतलाम जिले के युवाओ के लिए वर्तमान में निकली वेकैंसी बाद भी रतलाम जिले में युवाओं को परेशानी का सामना करना पड़ है। प्रशासन द्वारा कोरोना वायरस का हवाला देते हुए कोचिंग संस्थानों को बंद रखे जाना बताया जा रहा है।
गुरुवार दोपहर 12 बजे नए कलेक्ट्रेट ऑफिस में रतलाम कोचिंग इंस्टिट्यूट एसोसिएशन समेत कई छात्र एसडीएम के नाम सौपा ज्ञापन देने के लिए पहुंचे। इस दौरान सभी ने कोरोना प्रोटोकॉल के तहत धरना प्रदर्शन किया। छात्र -छात्रों में प्रशासन द्वारा जारी गाईड लाइन में शिक्षा से ज्यादा सिनेमा घरो और शराब की दुकानों के लिये दी गई छूट पर भारी आक्रोश देखने को मिला। वही एडीएम ने उक्त ज्ञापन स्वयं ना लेते हुए अन्य अधिकारी के माध्यम से अपने कक्ष में मंगवाया।
बाकी को मिल रही है छूट नहीं
छात्रा अदिति पांचाल ने बताया कि प्रशासन चुनाव रैलियों, सिनेमा घरो समेत अनेक क्षेत्रों में छूट प्रदान कर रहा है। लेकिन हमारे उज्वल भविष्य के लिए कोचिंग संस्थानों को अभी तक प्रतिबंधित कर रखा है। पहले ही हमारे लिए लम्बे समय के बाद सरकारी नोकरियो के अवसर आये है, वही हम में से कई छात्र दूर ग्रामीण क्षेत्रों के रहवासी है। जहा मोबाईल नेटवर्क से जुडी कई समस्या है। जिसके कारण परीक्षा की तैयारी नहीं कर पा रहे है। इस के लिए हमे कोचिंग संस्थानों के मार्ग दर्शन की अति आवश्यकता है।
संचालको को भी अपने परिवार के पालन-पोषण में भी समस्या
कोचिंग संचालक अनुज ठाकुर ने बताया कि कोचिंग संस्थान बंद रहने से जहा छात्रों को परीक्षा की तैयारी में समस्या आ रही है, वही संचालको को भी अपने परिवार के पालन-पोषण में भी समस्या आ रही है। मामले में पूर्व में भी एडी.एम को ज्ञापन दिया जा चूका है, लेकिन अभी तक कोई संतुष्ट पूर्ण जवाब नहीं मिला। वही रतलाम कोचिंग इंस्टिट्यूट एसोसिएशन और छात्रों ने समय रहते मामले में त्वरित कार्रवाई ना होने पर उग्र-आंदोलन करने बात कही है।