नेशनल लोक अदालत में 216 प्रकरणों का हुआ निराकरण, 3 करोड़ से अधिक राशि के अवार्ड पारित
हरमुद्दा
रतलाम, 12 दिसंबर। नेशनल लोक अदालत में 216 प्रकरण निराकृत किए जाकर 3 करोड़ 40 लाख से अधिक राशि के अवार्ड पारित किए गए। प्रकरणों में 432 व्यक्ति लाभान्वित हुए। लोक अदालत का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश शोभा पोरवाल द्वारा किया गया।
नेशनल लोक अदालत में भारत संचार निगम लिमिटेड के 938 प्रकरणों में से 30 प्रकरण निराकृत किए गए और 51830 रुपए की राशि जमा की गई। सभी बैंकों एवं फाइनेंस कंपनियों के 10568 प्रकरणों में से 203 प्रकरण में 58 लाख 16 हजार 420 रूपए की राशि जमा कराई गई। इसके साथ ही विद्युत विभाग द्वारा 1718 प्रकरणों में से 80 प्रकरणों का निराकरण करके 977000 रुपए की राशि जमा करवाई गई। लोक अदालत में चेक बाउंस, मोटर क्लेम, वैवाहिक, दीवानी, भरण-पोषण, विद्युत, श्रम इत्यादि प्रकृति के प्रकरणों का निराकरण किया गया।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने किया लोक अदालत का शुभारंभ
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली (नालसा) एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जबलपुर के निर्देशानुसार शनिवार को आयोजित नेशनल लोक अदालत शुभारम्भ जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण शोभा पोरवाल द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं द्वीप प्रज्जवलीत कर किया गया।
राजीनामा योग्य कुल लंबित 3670 प्रकरणों में से 216 प्रकरणों का निराकरण
नेशनल लोक अदालत में न्यायालयों में राजीनामा योग्य कुल लंबित 3670 प्रकरणों में से 216 प्रकरणों का निराकरण किया जाकर 34004119 रूपये के अवार्ड पारित किए गए जिसमें 432 व्यक्ति लाभान्वित हुए। इसी तारतम्य में प्रीलिटिगेशन (मुकदमा पूर्व ) प्रकरणों में रतलाम में भारत संचार नि. लि. के 938 प्रकरणों में से 30 प्रकरणों का निराकरण किया गया तथा 51830 रूपये की राशि जमा की गई। समस्त बैंकों एवं फायनेंस कं. के 10568 में से 203 प्रकरणों में 5816420 रूपये की राशि जमा करवाई गई। इसके साथ ही विद्युत विभाग द्वारा 1718 प्रकरणों में से 80 का निराकरण कर 977000 रूपये की राशि जमा करवाई गई। श्रम विभाग के 3 प्रकरणों का निराकरण किया जाकर 11 लाख 45 हजार रूपये के अवार्ड पारित किए गए।
यह थे मौजूद
समारोह में प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय हितेन्द्र कुमार मिश्रा, विशेष न्यायाधीश दीपक गुप्ता, सचिव/अपर जिला न्यायाधीश जि.वि.से.प्रा. साबिर अहमद खान, प्रथम अपर जिला न्यायाधीश राजेन्द्र कुमार दक्षणी, अपर जिला न्यायाधीश शैलेष भद्कारिया, चतुर्थ अपर जिला न्यायाधीश तरूणसिंह, पंचम अपर जिला न्यायाधीश आनंद जम्बूलकर, सीजेएम निलेश कुमार जिरेती, न्यायाधीश अंजयसिंह, स्पे. रेल्वे मजिस्ट्रेट विजय चौहान तथा न्यायाधीश संचिता भद्कारिया, नितिन सोनी, हर्षिता शर्मा, नेहा उपाध्याय, मिताली पाठक एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी पूनम तिवारी, न्यायालय अधीक्षक विमला त्रिपाठी एवं उपाधीक्षक उपस्थित थे। इसके अतिरिक्त लीड बैंक मैनेजर राकेश गर्ग, सहायक एलडीएम, समस्त बैंक मैनेजर, विद्युत विभाग के अधिकारी कर्मचारी, बीएसएनएल विभाग के लेखाधिकारी एवं न्यायालयीन कर्मचारी विधिक सहायता कर्मचारी, अधिवक्तगण एवं पक्षकारगणों का भी सहयोग रहा तथा आपसी राजीनामे से सौहार्दपूर्ण वातावरण में प्रकरणों का निराकरण किया गया। इसके साथ ही पक्षकारों को सचिव महोदय द्वारा मास्क वितरित किये गए। सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया।