सेहत का ख्याल : आमजन को परेशानी ना होने दी जाए उपचार और जांच में : संभागायुक्त
🔲 संभागायुक्त ने किया जिला चिकित्सालय तथा मेडिकल कालेज का निरीक्षण, व्यवस्था मिली चाक-चौबंद
🔲आयुष्मान योजना की प्रगति की समीक्षा की
हरमुद्दा
रतलाम, 23 दिसंबर। उज्जैन संभागायुक्त आनंद शर्मा ने बुधवार को जिला चिकित्सालय तथा मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया। उन्हें व्यवस्थाएं चाक-चौबंद मिली और कार्यों पर संतोष व्यक्त किया। इस दौरान कलेक्टर गोपालचंद्र डाड, सीईओ जिला पंचायत संदीप केरकेटटा एवं एसडीएम अभिषेक गेहलोत साथ थे।
सभी प्रकार के संसाधनों को बढाने के लिए रहें तत्पर
संभागायुक्त ने सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर को निर्देशित किया कि जिला चिकित्सालय में सभी प्रकार के संसाधनों को बढाने के लिए तत्पर रहें। अस्पताल में रिसेप्शन, साफ सफाई, सुविधाऐं, वार्डों के रखरखाव, सभी प्रकार के उपकरण, जॉचें, बिस्तरों की उचित व्यवस्था संबंधी कार्यों पर ध्यान केन्द्रित करें और आमजन को परेशानी ना होने दी जाए। कैंसर मरीजों के उचित उपचार हेतु रेफरल संस्थाओं में भेजकर उपचार कराऐं।
प्रोटोकॉल के तहत दी जाए चिकित्सा सेवाएं
संभागायुक्त ने मेडिकल कॉलेज पहुंचकर कोविड रोगियों को दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। यहां डीन मेडिकल कॉलेज डॉ. शशि गांधी, अधीक्षक डॉ. जितेन्द्र गुप्ता ने अस्पताल का निरीक्षण कराया। मौजूदा व्यवस्थाओं के प्रति उन्होने संतोष व्यक्त करते हुए आवश्यकतानुसार मरीजों को निर्धारित प्रोटोकॉल अनुसार चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने के निर्देश दिए।
आयुष्मान भारत योजना 9 लाख 46 हजार लोग पात्र
इसके बाद वे जिला चिकित्सालय पहुंचे, यहां सीएमएचओ कार्यालय में आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत कार्यों की समीक्षा की। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर ननावरे ने बताया कि योजना अंतर्गत सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना 2011 में सूचीबद्व परिवार, संबल योजना में शामिल, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा (बीपीएल राशन कार्ड धारक) परिवार के सदस्यों को सूचीबद्व सरकारी एवं प्रायवेट अस्पतालों में उपचार कराने पर पांच लाख रुपए तक के नि:शुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। योजना में रतलाम जिले के 9 लाख 46 हजार लोग पात्र हैं इनमें से 3 लाख 38 हजार 700 लोगों को कार्ड वितरण किया जा चुका है। कार्ड वितरण हेतु जिले में लगभग 1200 कॉमन सर्विस सेंटर द्वारा 30 रुपए शुल्क के आधार पर ग्राम स्तरीय शिविर आयोजित कर कार्ड वितरण का लक्ष्य रखा गया है।
कार्ड वितरण में नामजद दी जाए जिम्मेदारियां
संभागायुक्त द्वारा कार्य के प्रति संतोष व्यक्त करते हुए अस्पताल में आने वाले सभी पात्र परिवारों के कार्ड बनाकर वितरित करने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि जिला चिकित्सालय में खासकर अस्थि रोग विभाग एवं डायलिसिस के लिए आने वाले मरीजों को अनिवार्य रूप से लाभान्वित किया जाए। कार्ड वितरण कार्य के लिए अधिकारियों, कर्मचारियों की नामजद जिम्मेदारी निर्धारित की जाए। शासकीय अस्पताल में आने वाले अन्य गैर भर्ती मरीजों के कार्ड बनाने के लिए पृथक से काउंटर बनाकर कार्ड बनाने की कार्यवाही की जाए।
आयुष्मान मित्रों के लिए भेजे प्रस्ताव
कलेक्टर श्री डाड ने स्पष्ट किया कि मेंडिकल कॉलेज में आने वाले कोविड संबंधी मरीजों को भी पात्रतानुसार आयुष्मान भारत योजना में शामिल किया जाए। इसके लिए उन्होने आवश्यकतानुसार आयुष्मान मित्रों के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जिले के आयुष्मान समन्वयक और रोगी कल्याण समिति प्रभारी को आपसी समन्वय बनाकर कार्य करने को कहा।
आयुष्मान राशि प्राप्त करने में रतलाम प्रदेश में दूसरे नंबर पर
सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर ने बताया कि प्रदेश में आयुष्मान भारत संबंधी सर्वाधिक राशि का भुगतान प्राप्त करने में रतलाम जिला दूसरे स्थान पर है। अस्पताल में आने वाले मरीजों को सेवाऐं प्रदान करने के दौरान आयुष्मान योजना अंतर्गत प्रविष्टि की कार्यवाही की जा रही है। उल्लेखनीय है कि जिले में नजदीकि कॉमन सर्विस सेंटर अथवा लोक सेवा केन्द्र पर जाकर हितग्राही अपने समग्र आईडी एवं आधार कार्ड के माध्यम से पात्रतानुसार आयुष्मान कार्ड प्राप्त कर सकते हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी टोल फ्री नंबर 14555 अथवा 18002332085 पर संपर्क करके प्राप्त की जा सकती है।
बैठक में थे यह मौजूद
बैठक में मेडिकल कॉलेज पीएसएम की विभागाध्यक्ष डॉ. स्वर्णलता लिखार, डॉ. योगेश नीखरा, डॉ. रजत दुबे, डॉ. प्रमोद प्रजापति, डॉ. गौरव बोरीवाल, शरद शुक्ला, आनंदीलाल जैन, दीपेश शर्मा एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे ।
ग्रामीण विकास कार्यों का निरीक्षण
संभागायुक्त श्री शर्मा ने जिले के भ्रमण के दौरान रतलाम ग्रामीण क्षेत्र में पहुंचकर ग्राम धोलका में खेत तालाब तथा नन्दन फलोद्यान देखा तथा किसानों से चर्चा की। उन्होंने इमलीपाडा कोटेश्वर डेम का भी निरीक्षण किया। बिरमावल में नींबू उत्पादक किसानों के खेतों में पहुंचकर अवलोकन किया। किसानों से जानकारी प्राप्त की।