फायनेंस कंपनी से कलेक्टर ने वापस दिलाई राशि प्रसन्न हुई कलाबाई
हरमुद्दा
शाजापुर, 28 दिसंबर। अवैध रूप से संचालित हो रही चिटफंड कंपनियों के विरूद्ध कलेक्टर दिनेश जैन ने शिकंजा कसा है। इसी के चलते कलेक्टर ने त्वरित कार्रवाई करते हुए शाजापुर में राजराजेश्वरी होम लोन संचालन करने वाले हेमंत योगी से कलाबाई को राशि वापस दिलवायी।
सोमवार प्रात: कलेक्टर श्री जैन को कलाबाई पति ओमप्रकाश बामनिया ने आवेदन देकर बताया कि दलाल प्रेम नारायण वर्मा ने एक लाख रुपए लेकर उसे संतोष कुमार पिता तुलसीराम जाटव निवासी लक्ष्मी नगर से 10 लाख रुपए में मकान क्रय करने का सौदा करवाया था तथा तीन माह की अवधि का अनुबंध करवाया। तीन माह की अवधि पूरी होने पर मकान मालिक द्वारा अनुबंध समाप्त कर दिया गया। इसके बीच की अवधि में उनके द्वारा होम लोन प्राप्त करने के लिए शाजापुर स्थित राजराजेश्वरी होम लोन संस्था संचालित करने वाले हेमंत योगी को 60 हजार रुपए जमा कराए। इनके द्वारा होम लोन फायनेंस नहीं किया गया तथा हिन्दुजा होम फायनेंस नामक कंपनी से 5 लाख 61 हजार रुपए के चेक बनाकर मकान मालिक को वाट्सअप पर भेजे गए। वास्तविक रूप से न तो चेक मिले न ही भुगतान प्राप्त हुआ और कंपनी कह रही कि किश्त चालू हो गई। इस प्रकार राशि नहीं मिलने पर कलाबाई ने अपने द्वारा दी गई राशि वापस पाने के लिए प्रयास किए, परन्तु राजराजेश्वरी होम लोन संस्था के संचालक द्वारा अभद्र व्यवहार करते हुए राशि वापस नहीं दी गई।
तब कलाबाई ने की कलेक्टर से शिकायत
इससे व्यथित होकर कलाबाई ने आज कलेक्टर को राशि वापस दिलवाने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। कलेक्टर ने आवेदन पर त्वरित कार्रवाई कर आवेदिका को राशि वापस दिलवाने और प्रकरण दर्ज कराने के लिए अपर कलेक्टर मंजूषा विक्रांत राय को निर्देश दिए। अपर कलेक्टर श्रीमती राय ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और शाम तक आवेदिका को हेमंत योगी से 50 हजार रुपए वापस दिलवा दिए। साथ ही थाना प्रभारी को बुलाकर जालसाजी करने वाले के विरूद्ध प्रकरण दर्ज करने के निर्देश दिए।
खून-पसीने की कमाई नहीं लगाए
जिला प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से कलाबाई एवं उसकी पुत्री प्रसन्न हो गई। उन्होंने जिला प्रशासन को धन्यवाद देते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति बिना जाँचे-परखे किसी भी कंपनी में अपने खून-पसीने की कमाई नहीं लगाए। कलेक्टर श्री जैन ने अपर कलेक्टर द्वारा की गई कार्रवाई पर प्रसन्नता व्यक्त की।