शहीद दिवस आज : पूर्वाह्न 11 बजे होगा दो मिनिट का मौन
🔲 स्वतंत्रता संग्राम बलिदानियों का गरिमापूर्वक होगा स्मरण
🔲 विभागाध्यक्षों, जिला कलेक्टरों को निर्देश
हरमुद्दा
भोपाल, 30 जनवरी। देश के साथ प्रदेश में शहीद दिवस 30 जनवरी को राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के बलिदान दिवस और अन्य शहीदों की स्मृति में दो मिनिट का मौन धारण किया जाएगा। प्रदेश के सामान्य प्रशासन विभाग ने इस संबंध में समस्त विभागों, कमिश्नरों और कलेक्टरों को निर्देश जारी किए हैं।
भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में जीवन का बलिदान देने वाले शहीदों को 30 जनवरी को प्रदेश भर में स्मरण करते हुए पूर्वाह्न 11 बजे सभी कार्य और गतिविधियाँ रोककर दो मिनिट का मौन धारण के संबंध में सभी विभागों को विस्तृत निर्देश भेजे गए हैं। निर्देशों में कहा गया है कि मौन धारण के लिए सायरन बजाकर/ सेना की तोप दागकर आवश्यक व्यवस्था भी की जाए।
सायरन उपलब्ध होने पर अपनाई जाएगी विधि
शहीद दिवस 30 जनवरी को पूर्वाह्न 10 बजकर 59 मिनिट पर प्रथम सायरन एक मिनिट तक बजाया जाए फिर दो मिनिट के बाद अर्थात 11 बजकर 2 मिनिट से 11 बजकर 3 मिनिट तक ऑल क्लियर सायरन बजाया जाये। जहाँ भी सायरन उपलब्ध है, यही कार्य विधि अपनाई जाए।
तो और भी होगा प्रभावशाली
जिला कलेक्टरों से कहा गया है कि व्यवहारिक रूप से जहाँ भी संभव हो, दो मिनिट का मौन शुरू होने और समाप्त होने की सूचना दी जाए। सिग्नल सुनकर जो व्यक्ति जहाँ उपलब्ध हो, खड़े होकर, मौन धारण करें। अकेले खड़े होने के स्थान पर अधिक व्यक्ति एक ही स्थान पर एकत्र होकर मौन के लिए खड़े हो सकें, तो यह और भी कारगर एवं प्रभावशाली होगा।
तो एक जगह एकत्रित होना जरूर नहीं
यदि एक स्थान पर एकत्र होने से कार्य के अस्त-व्यस्त होने की आशंका हो, तो सबको एक जगह एकत्रित होने की आवश्यकता नहीं है। सामान्य प्रशासन विभाग ने जारी निर्देश में 30 जनवरी को सभी जिलों और शहरों में सायरन की व्यवस्था कर शहीदों की स्मृति में मौन धारण करने के लिये आम नागरिकों के साथ ही औद्योगिक प्रतिष्ठानों, अशासकीय संस्थाओं से भी अनुरोध किया है। निर्देशों में कहा गया है कि विद्यालयों और महाविद्यालयों में सायरन की जगह घण्टी की व्यवस्था की जा सकती है।
दैनिक कार्य त्यागकर करें मौन धारण
सामान्य प्रशासन विभाग ने आग्रह किया है कि कार्यालयों में जब दो मिनिट का मौन रखा जा रहा हो, तब आम लोग अपने दैनिक कार्य को दो मिनिट के लिए त्यागकर इसमें शामिल हों। शहीद दिवस सम्पूर्ण गरिमा के साथ मनाया जाए।