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आठ दिन की जुदाई के बाद परिजनों से मिली मनोरोगी श्याम तो नहीं रहा खुशी का ठिकाना

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🔲 समाजसेवी की जागरूकता से मनोरोगी महिला को सकुशल घर पहुंचाया

हरमुद्दा
रतलाम, 1 फरवरी। मनचले लोग उसे परेशान कर रहे थे, इस कारण वह जोर-जोर से चिल्ला रही थी। उसकी परेशानी समझने को कोई तैयार एक मोहल्ले से दूसरे मोहले जा रही थी, समाजसेवी की मदद से आठ दिन की जुदाई के बाद परिजनों से मनोरोगी श्याम मिली तो नहीं खुशी का ठिकाना रहा।

काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव एवं रोगी कल्याण समिति सदस्य समाजसेवी गोविंद काकानी ने हरमुद्दा को बताया कि मनोरोगी महिला को जागरूक लोगों ने जिला चिकित्सालय की अस्पताल चौकी पर भिजवा दिया। जहां डॉक्टर द्वारा इलाज शुरू किया गया, परंतु वहां से वह पुनः भाग गई। इस बीच उससे जानकारी एकत्रित की गई। उसने अपना नाम श्यामा पिता मगन देवदा उम्र 21 वर्ष निवासी ग्राम लंबी सादड़ पोस्ट रानीसिंग, तहसील रावटी, जिला रतलाम बताया।

श्यामा से बातचीत करते हुए समाजसेवी श्री काकानी।

पुलिस प्रशासन के सहयोग से दी परिजनों को जानकारी

इस पते पर पुलिस प्रशासन के सहयोग से समाचार भेज दिए थे एवं परिजन को रतलाम बुलवाया परंतु उनके आने के पहले ही शाम को वह अस्पताल से निकलकर नाहरपुरा अंडा गली परेशान कर रहे थे। वहां से गुजर रहे समाजसेवी सतीश टाक ने मोबाइल कर श्री काकानी को जानकारी से अवगत कराया कि यह पुलिस के बस में भी नहीं आ रही है। जब श्री काकानी वहां पहुंचे तो शरीर पर बहुत कम कपड़े थे।

मोहल्ले वालों ने की मदद

ठंड से कांप रही थी मोहल्ले वालों ने उसे चादर दी। मित्र अरुण कांबले , अर्पित उपाध्याय, हर्षित सोनी के साथ उसे पैदल लेकर अस्पताल लाया गया। जहां उसे दवाई देकर रात्रि में सिविल सर्जन डॉ. आनंद चंदेलकर की सहमति से विशेष व्यवस्था में रखा गया। सोमवार सुबह घर से भाई राजाराम और माता कस्तूरी बाई उसे लेने मोटरसाइकिल पर जिला चिकित्सालय पहुंचे। श्याम को देखकर भाव-विभोर हो गए।

मानसिक स्थिति खराब होने पर छोड़ दिया पति ने

भाई राजाराम ने बताया श्यामा की शादी होने के पश्चात एक पुत्र भी है। मानसिक स्थिति खराब होने के कारण पति ने उसे छोड़ दिया। तब से यह हमारे पास रह रही है। परिवार में पिता मगन देवदा, बड़ा भाई राजु एवं श्यामा तीनों की मानसिक स्थिति बहुत लंबे समय से खराब है। इन सभी का इलाज डॉक्टर निर्मल जैन द्वारा किया जा रहा है। ऐसे में यह 8 दिन पूर्व घर से बिना बताए निकल गई। हमने शिवगढ़, रावटी ,बाजना, धोलावाड़ आदि सब जगह ढूंढा। कल रात्रि रावटी पुलिस द्वारा समाचार मिले और हम इसे लेने यहां आज आए हैं।

दवाई और शॉल देकर किया परिजनों के साथ विदा

सुबह समाजसेवी काकानी द्वारा डॉक्टर गौरव चित्तौड़ा मनोरोग विशेषज्ञ को दिखाकर तीनों के लिए दवाई 1 माह की, श्यामा के कपड़े और ठंड से बचने के लिए नई सुंदर शॉल देकर सकुशल कर रवाना किया।

सभी के प्रति माना आभार

अपने घर रवाना होने के पूर्व भाई राजाराम ने श्री काकानी, काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन, पुलिस प्रशासन, जिला चिकित्सालय, डॉक्टर एवं स्टाफ, समाजसेवी नागरिकों का हृदय से धन्यवाद एवं आभार प्रकट किया।

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