ग्राम लाम्बाखोरा में बनने वाले धनवा डेम के स्थान चयन में आदिवासियों की आपत्ति, नहीं दिया ध्यान तो होगा उग्र आंदोलन
ग्राम सभा की बैठक में लिया निर्णय प्रदेश स्तर तक होगा विरोध
जिला कांग्रेस के नेतृत्व में कलेक्टर कार्यालय का घेराव 9 को
हरमुद्दा
पिपलौदा, 4 फरवरी। ग्राम पंचायत आम्बा के अंतर्गत ग्राम लाम्बाखोरा में बनने वाले धनवा डेम के स्थान चयन में आपत्ति को लेकर ग्रामसभा का आयोजन किया गया। इसमें सर्वानुमति से निर्णय लिया गया कि जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक इसका विरोध किया जाएगा। यदि डेम की प्रशासकीय स्वीकृति 3 दिवस में निरस्त नहीं की तो 9 फरवरी को जिला कांग्रेस के नेतृत्व में आदिवासियों के साथ कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
ग्रामसभा में उपस्थित जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष विरेन्द्रसिंह सोलंकी ने हरमुद्दा को बताया कि शासन में बैठे कुछ जनप्रतिनिधियों ने जान बूझकर डेम की साईट का गलत चयन किया है, जिससे कांग्रेस समर्थित आदिवासियों की जमीन तथा मकान डूब में आने से विस्थापित होने को मजबूर हो रहे हैं।
कई गांव होंगे प्रभावित
सैलाना तथा जावरा विधानसभा के अन्य स्थानों पर पर्याप्त सुविधा होने के बाद भी ग्राम लाम्बाखोरा का चयन डेम बनाने के लिए किया गया है। इससे जावरा विधान सभा क्षेत्र के ग्राम जाम्बूडाबरा, बखतपुरा, बामनघाटी, भूरी घाटी, कुडाल, गढ़ीनाल, माता की धार सहित सैलाना विधानसभा के ग्राम भी प्रभावित होंगे। इसका ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं मिल पाएगा।
उग्र आंदोलन का बनाया मन
सर्वानुमति से निर्णय लिया गया कि डेम की इस साइट को तत्काल निरस्त नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। यह भी निर्णय लिया गया कि यदि डेम की प्रशासकीय स्वीकृति 3 दिवस में निरस्त नहीं की तो 9 फरवरी को जिला कांग्रेस के नेतृत्व में आदिवासियों के साथ कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
यह थे मौजूद
बैठक में वरिष्ठ आदिवासी नेता तथा पूर्व जनपद सदस्य कमलसिंह सिंघाड़, पूर्व ब्लाक अध्यक्ष जगदीश पांडे, जनपद सदस्य जगदीश सोलंकी, महेन्द्रसिंह राठौर, दिलीपसिंह आम्बा, सुरेश शर्मा, कृष्णलाल पटेल, संजय पाटीदार आदि उपस्थित थे।