सेहत से सरोकार में नवाचार : अव्यवस्थाओं पर नकेल, अब स्वास्थ्य मंत्री ने मरीज से सीधे ली इलाज और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा मरीजों से वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा सीधी बातचीत का सिलसिला शुरू, हर सोमवार होगा चर्चा मरीजों से
हरमुद्दा
भोपाल, 9 फरवरी। अव्यवस्थाओं पर नकेल कसने के लिए नवाचार शुरू हुआ है। अब लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने अस्पताल में इलाज और व्यवस्थाओं में सुधार लाने के दृष्टिगत मरीजों से सीधे बातचीत करने का सिलसिला शुरू किया है। प्रत्येक सप्ताह सोमवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किसी भी अस्पताल के मरीजों से बातचीत करेंगे। स्वास्थ्य विभाग में सुधार लाने के लिए नवाचार की पहल की मंत्रालय में स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने स्वयं के कक्ष से की।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने आज विदिशा और खण्डवा अस्पताल में भर्ती मरीजों से चर्चा कर उनको मिल रहे उपचार और अन्य व्यवस्थाओं के संबंध में वीडियो कॉल कर बातचीत की। उन्होंने कहा कि अगले सोमवार को वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मरीज से सीधा संवाद किया जाएगा, जो निरंतर जारी रहेगा। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि बातचीत के दौरान इलाज और अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में फीडबैक प्राप्त कर विभागीय अधिकारियों को आवश्यक कार्रवाई करने के लिए निर्देशित किया जायेगा।
सौदान सिंह जी मैं डॉ. प्रभुराम बोल रहा हूँ
मरीजों से सीधी बातचीत की शुरुआत विदिशा जिले के श्रीमंत माधवराव सिंधिया जिला चिकित्सालय के आईसीयू वार्ड में भर्ती मरीजों से की गई। चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने मरीज का नाम लेकर कहा कि सौदान सिंह जी मैं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी बोल रहा हूँ। उन्होंने ग्राम सेऊ के 52 वर्षीय श्री सौदान सिंह से उनके उपचार के संबंध में बातचीत की। सौदान सिंह ने बताया कि उन्हें हृदयाघात हुआ था। अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है और उन्हें आराम भी है। इसी क्रम में मोहनगिरी के 45 वर्षीय अशोक कुमार, विदिशा निवासी 40 वर्षीय चन्द्रबाला ने भी कहीं। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने खण्डवा के लेडी बटलर जिला अस्पताल में भर्ती वंदना पाटीदार और भामगढ़ निवासी सना से बात की। दोनों भर्ती मरीजों ने बताया कि इनका सीजर हुआ था और इलाज के दौरान उन्हें सभी व्यवस्थाएँ सुविधाजनक ढंग से प्राप्त हुईं। खण्डवा के एसएनसीयू में भर्ती नवजात बच्चे की माँ अंशु विवेक जायसवाल ने बातचीत में कहा कि उनका बच्चा 25 दिन पहले भर्ती हुआ था। डॉक्टर्स, नर्स और कर्मचारियों द्वारा की गई देखभाल और इलाज से उनके बच्चे को नया जीवन मिला। अब वह ठीक हो रहा है।
छोटी छोटी बातों की ली जानकारी
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने मरीजों से चर्चा के दौरान उन्हें मिल रहे उपचार और अस्पताल की व्यवस्थाओं के संबंध में परोक्ष और अपरोक्ष रूप से जानना चाहा कि अस्पताल में किसी तरह से उनको पैसे तो नहीं देने पड़ रहे, दवाइयाँ बाजार से खरीदनी पड़ रही हैं क्या, रसोई से भोजन समय पर मिलता है कि नहीं, चिकित्सकों और अन्य पैरा-मेडिकल स्टॉफ का उनके साथ व्यवहार कैसा है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी द्वारा अनौपचारिक बातचीत में पूछे गये इन सभी सवालों पर मरीजों ने कहा कि उन्हें अस्पताल में निःशुल्क उपचार मिल रहा है और किसी प्रकार का कोई पैसा नहीं देना पड़ रहा है। दवाइयाँ भी अस्पताल से मिल रही हैं और चिकित्सकों एवं पैरा-मेडिकल स्टॉफ का व्यवहार भी अच्छा है।
व्यवस्थाओं में नहीं रखें कमी
डॉ. चौधरी ने उपचाररत मरीजों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। उन्होंने खण्डवा और विदिशा के सिविल सर्जन से कहा कि व्यवस्थाओं में कमी नहीं रहना चाहिए। अस्पताल आए मरीज को बेहतर व्यवस्थाएँ मिल रही हैं, यह मरीज खुद बताए, इस बात को ध्यान में रखें।