पार्टी के सम्मान या मंहगाई के मुद्दे के लिए नहीं : कांग्रेसियों ने डराया तो बंद की दुकानें
मीडिया को देख जोश आया कार्यकर्ताओं में
एक घंटे तक शहर में दुकान बंद करवाने का किया जतन
डीजल पेट्रोल की मूल्य वृद्धि के विरोध में फूंका पेट्रोल
हर स्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन की टीम थी अलर्ट
हरमुद्दा
रतलाम, 20 फरवरी। शनिवार को कांग्रेस द्वारा प्रदेशव्यापी बंद के तहत रतलाम में भी दुकानें बंद कराने की कोशिश की गई। कहीं हाथ जोड़कर गिड़गिड़ाए। तो कहीं डराया धमकाया भी। कहने लगे 2 घंटे भी दुकान बंद नहीं कर सकते। घर में खाने के लिए नहीं है क्या? कुछ तो मान सम्मान कर लो हमारा। व्यापारियों ने कांग्रेस के सम्मान या महंगाई के मुद्दे के लिए नहीं अपितु कांग्रेसियों के डर से दुकानें बंद की। व्यापारियों का कहना था, कब तोड़फोड़ कर दें, यह कुछ पता नहीं। लेकिन रैली के निकलते ही व्यापारियों ने दुकान की शटर खोल दी।
अमूमन शहर का बाजार 10:30 से 11:00 बजे ही खुलता है। कुछ दुकान है, जहां पर चाय नाश्ता मिलता है, वह जल्दी खुल जाती है। उन्हीं को बंद कराने के लिए। कांग्रेसियों को काफी मशक्कत करना पड़ी। शनिवार को पहली बार कांग्रेसियों की रैली बंद कराने के लिए शहर में 8:30 बजे से घूमना शुरू हुई। सुबह बंद दुकानों के आगे रैली निकाली और न्यू रोड पर चाय नाश्ते की दुकान को बंद कराने के लिए डटे रहे और लगभग 10 बजे दो बत्ती पर आए, जहां रैली संपन्न होना थी लेकिन दो बत्ती पर मीडिया को देख कांग्रेसियों में फिर जोश आया और स्टेशन रोड की तरफ निकले। वहां पर दुकान में बंद करवाई, वहीं कुछ ने नमकीन जैसी अन्य दुकानों के व्यापरियों ने हाथ जोड़ कर कह दिया, मुझे बंद नहीं करना है। तो कांग्रेसी वहां से आगे निकल गए। ऐसे कई लोगों ने मुंह पर कह दिया हमें नहीं करना है बंद, हमारी मर्जी।
शहर विधायक के निवास मार्ग सामने हुई नारेबाजी
पेट्रोल, डीजल, गैस में मूल्य में वृद्धि और महंगाई के विरोध में दिलबहार चौराहे पर गाड़ियों से उतरकर कांग्रेसी शहर विधायक के निवास के मार्ग से होते हुए नारेबाजी करते हुए मोदी अब तो मान जा, बोरी बिस्तर बांध जा, नहीं चलेगी, नहीं चलेगी, तानाशाही नहीं चलेगी। आगे निकले और पुनः गाड़ियों के पास आए।
फिर शहर निर्माण हुआ रैली का
स्टेशन रोड से रैली एक बार फिर न्यू रोड, जेल रोड, कॉलेज रोड होते हुए नाहरपुरा, न्यू क्लॉथ मार्केट पहुंची, जहां पर दो दुकानें खुली मिलने पर नाराजगी भी जताई। गिड़गिड़ाते हुए कहने लगे 2 घंटे की दुकानें बंद नहीं कर सकते हो। इतना तो सम्मान कर दो। हम आपके लिए ही बंद कर रहे हैं। बजाज खाना में एक बिजली के सामान की दुकान पर कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने दुकान में अंदर जाकर आटे की थैली भेंट की। इसी दौरान दुकान के मालिक मंदिर से पूजन करके आए ही थे तो उन्होंने नौकर को डांटते हुए कहा अपने को क्या करना है? भाजपा बोले तो बंद कर दो। कांग्रेस बोले तो बंद कर दो। इस पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने क्षमा मांगते हुए कहा कि हां ठीक साहब धन्यवाद।
लेटर दिया तो भी आप सहयोग नहीं कर रहे
चांदनी चौक में भी दुकानें खुली मिलने पर बंद करवाई और शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि जब आपको कल एक लेटर दे दिया था कि 2 घंटे बंद कर दीजिए। 2 बजे तक दुकानें बंद रखना है तो भी आप सहयोग नहीं कर रहे हो, यह अच्छी बात नहीं है। फिर रैली का रुख चौमुखीपुल की तरफ हुआ। इस बीच मीडिया कर्मी कम होते देख वहां से भुट्टा बाजार होते हुए डालू मोदी बाजार चौराहे की ओर निकल गए। भुट्टा बाजार में एक व्यापारी कहने लगा जब पेट्रोल डीजल में मूल्य वृद्धि के लिए रैली निकाली तो पैदल क्यों नहीं निकले। क्यों पेट्रोल डीजल फूंक दिया और पर्यावरण को प्रदूषित किया।
यह थे मौजूद
रैली में शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया, जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष प्रभु राठौर, पूर्व महापौर पारस सकलेचा, बसंत पंड्या, इक्का बैलूत, जोएब आरिफ, कांग्रेस नेत्री अदिति दवेसर, यास्मिन शेरानी, बबीता नागर, पूर्व पार्षद फैयाज मंसूरी, जिला युवक कांग्रेस अध्यक्ष मयंक जाट, विनोद मिश्रा मामा, कांग्रेस के युवा नेता वासिफ काजी, सुजीत उपाध्याय सहित अन्य मौजूद थे। रैली में पुलिस प्रशासन दल बल के साथ मौजूद रहा।