सामाजिक सरोकार : दिव्यांगजनों के लिए उपकरण व कृत्रिम अंग परीक्षण शिविरों का आयोजन 2 मार्च से
नोडल तथा सहायक नोडल अधिकारियों को दी जिम्मेदारी
हरमुद्दा
रतलाम, 25 फरवरी।जिले में दिव्यांगजनों को उपकरण एवं कृत्रिम अंग तथा वृद्धजनों को सहायक उपकरण प्रदाय किए जाने के लिए परीक्षण शिविरों का आयोजन जनपदवार किया जाएगा।
कलेक्टर गोपालचन्द्र डाड ने परीक्षण शिविरों के लिए संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को नोडल अधिकारी तथा संबंधित नगरीय निकाय के मुख्य नगर पालिका अधिकारी को सहायक नोडल अधिकारी नियुक्त किया है।
2 मार्च को प्रातः 11 बजे जनपद पंचायत रतलाम में लगने वाले परीक्षण शिविर में जनपद पंचायत रतलाम, नगर परिषद् नामली तथा धामनोद के दिव्यांगजनों का परीक्षण
3 मार्च को प्रातः 11 बजे जनपद पंचायत सैलाना में।
4 मार्च को प्रातः 11 बजे जनपद पंचायत जावरा में शिविर लगेगा जिसमें जनपद पंचायत जावरा, नगर पालिका जावरा तथा बड़ावदा के दिव्यांगजनों का परीक्षण।
5 मार्च को प्रातः 11 बजे जनपद पंचायत आलोट, नगर परिषद् आलोट तथा ताल के दिव्यांगजनों का परीक्षण होगा।
6 मार्च को प्रातः 11 बजे जनपद पंचायत बाजना।
7 मार्च को नगर पालिक निगम रतलाम।
8 मार्च को जनपद पंचायत पिपलौदा में दिव्यांगजनों का परीक्षण।
शिविर में उन्हीं को किया जाएगा शामिल
परीक्षण शिविर में उन्हीं दिव्यांगजनों तथा वृद्धजनों को सम्मिलित किया जाएगा, जिन्होंने पिछले तीन वर्षों के दौरान किसी भी स्रोत से निःशुल्क उपकरण प्राप्त नहीं किए हों। परीक्षण शिविर में आने वाले दिव्यांगजनों को दिव्यांग प्रमाण पत्र 40 प्रतिशत या उससे अधिक, आय प्रमाण पत्र (उपकरण प्राप्ति हेतु 15 हजार रुपए मासिक से कम), निवास का प्रमाण पत्र, समग्र आईडी तथा दो फोटो प्रति लाना अनिवार्य होगा। वृद्धजनों के लिए आयु प्रमाण पत्र 60 वर्ष या इससे अधिक, आय प्रमाण पत्र (उपकरण प्राप्ति हेतु 15 हजार रुपए मासिक से कम), समग्र आईडी तथा दो फोटो प्रति लाना अनिवार्य होगा।
मादक पदार्थों से ग्रस्त व्यक्तियों का होगा चिह्नांकन
शिविर में नशामुक्त भारत अभियान अन्तर्गत ड्रग्स एवं मादक पदार्थों से ग्रस्त व्यक्तियों का चिह्नांकन ग्राम एवं वार्ड स्तर पर नियुक्त वालिंटियर द्वारा किया जाएगा। शिविर में विषय विशेषज्ञ द्वारा काउंसलिंग की जाएगी। साथ ही आवश्यकता होने पर उन्हें नशामुक्त केन्द्र पर भर्ती एवं उपचार हेतु अग्रसित किया जाएगा। ड्रग्स एवं मादक पदार्थों से ग्रस्त व्यक्तियों को उक्त शिविर में शिविर स्थल तक लाने एवं उन्हें विषय विशेषज्ञों से उपचार कराने हेतु जनअभियान परिषद् को अधिकृत किया गया है। जिला समन्वयक जन अभियान परिषद इस कार्य हेतु नोडल अधिकारी रहेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी प्रत्येक शिविर स्थल पर निर्धारित तिथि एवं समय पर मेडिकल बोर्ड को भेजना सुनिश्चित करेंगे। शिविरों की जानकारी, संकलन एवं सुचारु व्यवस्था के लिए उपसंचालक सामाजिक न्याय रतलाम नोडल अधिकारी तथा डीडीआरसी आनन्द कातरकर सहायक नोडल अधिकारी रहेंगे।