पर्याप्त जलापूर्ति के लिए कलेक्टर ने की निगम अधिकारियों के साथ चर्चा

हरमुद्दा
रतलाम 30 मार्च। शहर में पर्याप्त जल आपूर्ति के लिए कलेक्टर रुचिका चौहान द्वारा आज निगमायुक्त तथा निगम के इंजीनियरों के साथ बैठक आयोजित कर निर्देशित किया गया कि शहर में पर्याप्त मात्रा में जल आपूर्ति हेतु समुचित ढंग से इंतजाम किए जाए।
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि शहर के पेयजल स्रोत धोलावाड़ से शहर में आने वाले पानी की चोरी रोकने के समुचित इंतजाम किए जाएं। रास्ते में होने वाली चोरी को रोकने के लिए नगर निगम उड़न दस्ता दल गठित करें जो 24 घंटे में कभी भी आकस्मिक रूप से चेक करते हुए जल चोरी पर नियंत्रण रखेगा। निगम आयुक्त एसके सिंह ने बताया कि जल चोरी रोकने से शहर को मिलने वाले पानी की मात्रा में लगभग डेढ़ एमएलडी पानी की वृद्धि हो सकेगी। निगमायुक्त ने बताया कि रतलाम शहर को प्रतिदिन करीब 40 एमएलडी पानी आपूर्ति की जरूरत है जबकि अभी 22 एमएलडी की जल आपूर्ति हो पा रही है। इसके अलावा शहर में ट्यूबवेल तथा हैंडपंप से 4 एमएलडी पानी मिल रहा है।
बनाए सप्लाई चार्ट
कलेक्टर ने निगमायुक्त को निर्देश दिया कि शहर में जलापूर्ति का प्रतिदिन सप्लाई चार्ट बनाया जाए। निगम आयुक्त द्वारा बताया गया कि रतलाम शहर में सात नवीन टंकियां निर्मित की गई है। इनसे आगामी पंद्रह बीस दिनों में जल आपूर्ति प्रारंभ कर दी जाएगी। ये टंकिया शहर के विनोबा नगर, थावरिया बाजार, दीनदयाल नगर, डोसीगांव, अर्जुन नगर, खेतलपुर, न्यू ग्लोबस सिटी क्षेत्रों में बनाई गई है।
पूर्व में करें घोषणा
बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि नगर निगम द्वारा शहर में सप्लाई की जाने वाली जल आपूर्ति के संबंध में पूर्व उद्घोषणा नागरिकों के लिए की जाए जिसमें क्षेत्रवार पानी की आपूर्ति की जानकारी हो। बैठक में जानकारी दी गई कि शहर में नगर निगम द्वारा 12-12 हजार लीटर क्षमता के 10 टैंकरों से भी जल आपूर्ति की जा रही है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि टैंकरों से जलापूर्ति यूक्तियुक्त ढंग से की जाए। 5-5 हजार लीटर के टैंकरों से आपूर्ति हो ताकि ज्यादा क्षेत्रों में कम समय में पानी पहुंचाया जा सके। बैठक में बताया गया कि पुराने धोलावाड़ इनटेक वेल के आगे 2 फीट डाई का नॉन रिटर्न वॉल 6 माह पूर्व फटा था जिससे पंपों में खराबी आती थी। नया लगा दिया गया है।
बनेगी योजना शुद्धिकरण की
बैठक में कलेक्टर द्वारा अमृत सागर तालाब के पानी का शुद्धिकरण करने की योजना तैयार करने के निर्देश दिए गए जिससे रिसाईकल पानी का इस्तेमाल अन्य कार्यों में किया जा सकता है। कालिका माता मंदिर परिसर में चल रहे हैं निर्माण कार्य के संबंध में भी कलेक्टर ने निर्देश दिए कि यदि ठेकेदार ढंग से कार्य नहीं कर रहा है तो ब्लैक लिस्टेड करने की कार्रवाई की जाए। मेडिकल कॉलेज को जल आपूर्ति के संबंध में भी चर्चा की गई।

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