कलेक्टर के निर्देश : लक्षण वाले सभी मरीजों की करें तत्काल पहचान, आईसोलेट, टेस्ट और शुरू करें ट्रिटमेंट
🔲 निजी चिकित्सालयों, नर्सिंगहोम के संचालक व चिकित्सक की हुई बैठक
हरमुद्दा
रतलाम, 4 अप्रैल। कोविड19 की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए सभी निजी संस्थाओं में जांच कराने आए मरीजो जिनमें आईएलआई (तीव्र श्वसन का संक्रमण, तेज बुखार, सर्दी, जुखाम, पिछले 10 दिनो के भीतर के शुरुआत के साथ) एसएआरआई (तीव्र श्वसन का संक्रमण, तेज बुखार, सर्दी जुखाम, सांस में तकलीफ पिछले 10 दिनो के भीतर के शुरुआत एवं अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो) के मरीजों की जानकारी प्रतिदिन गुगल शीट आधारित प्रपत्र पर दर्ज की जाए।यह जानकारी ग्रुप में भी दी जाए ताकि लक्षण वाले सभी मरीजो की तत्काल पहचान, आईसोलेट, टेस्ट ओर ट्रिटमेंट किया जा सके।
यह निर्देश कलेक्टर गोपालचन्द्र डाड ने शहर के समस्त निजी चिकित्सालयों, नर्सिंगहोम के संचालक व चिकित्सक को दिए। सभी की बैठक कलेक्टोरेट सभागृह में आयोजित की गई।
तो उसे करें तत्काल कोविड अस्पताल में रैफर
कलेक्टर ने कहा कि सभी मरीजो का ऑक्सीजन सेचुरेशन अनिवार्य रूप से चेक किया जाकर प्रपत्र में जानकारी लिखी जाए। जिन मरीजों का एसपीओ-2 नब्बे प्रतिशित से कम पाया जाए, तो उसे तत्काल कोविड अस्पताल में रैफर किया जाए। यदि निजी संस्था किसी कोविड संक्रमित मरीज का उपचार किया जाता है तो पूर्णतः स्वस्थ्य होने के पश्चात ही डिस्चार्ज करें। मरीज को कोविड गाईडलाईन के तहत ही पूर्ण ईलाज किया जाए।
इंदौर रेफर करने से पहले करें पूरी कार्रवाई
बैठक में निर्देश दिए गए कि निजी संस्था में संदिग्ध कोविड मरीजो के लिये सेप्रेट आईसोलेशन रूम, सेप्रेट स्टाफ एवं आने-जाने का रास्ता होना अतिआवश्यक है। यदि निजी संस्था द्वारा किसी मरीज को इन्दौर के अस्पताल में रैफर किए जाने से पहले वहां पर संबंधित अस्पताल की बेड स्थिति की जानकारी प्राप्त बेड रिजर्व किये जाने के पश्चात ही रैफर किया जाए।
कोविड मरीजो की वृद्धि को रोकने के लिए लगवाएं वैक्सीन
कोविड वेक्सिनेशन को अत्यधिक बढावा दिया जाकर शत प्रतिशत वैक्सिन लगवाई जाए ताकि गंभीर कोविड मरीजो की वृद्धि को रोका जा सके। यदि निजी सभी संस्थाओं में संदिग्ध कोविड मरीजों की जांच पूर्व में रेपिड एन्टीजन द्वारा की जावे यदि वह मरीज नेगेटिव पाया जाता है तो उसकी आरटीपीसीआर जांच की जावे। मरीजो की जांच हेतु आईडीएसपी के माध्यम से समन्वय स्थापित किया जाए।
यह थे मौजूद
बैठक में एसडीएम रतलाम शहर अभिषेक गेहलोत, डिप्टी कलेक्टर शिराली जैन एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे, एसडीएम मनीषा वास्कले, ऐपिडिमियोलाजिस्ट डॉ. गौरव बोरिवाल व डीएमओ प्रमोद प्रजापति उपस्थित थे।