सभी करें अपने अपने दायित्व का निर्वहन : जिले को संक्रमण की स्थिति से बाहर निकालना और जन जीवन पटरी पर लाना : नवागत कलेक्टर
शासकीय अधिकारी, कर्मचारी कोरोना का को चुनौती के रूप में लेते हुए कोरोना संक्रमण से जिले को करें मुक्त
नवागत कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात अधिकारियों की बैठक ली
हरमुद्दा
रतलाम 9 मई। जिले के नवागत कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने रविवार को कार्यभार ग्रहण किया। कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात सभी जिला अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर ने कहा कि वर्तमान कोरोना काल हम सबके लिए एक चुनौती की तरह है हमें इस चुनौती को स्वीकार करते हुए शत प्रतिशत रूप से दायित्वों का निर्वहन करना है। जिले को संक्रमण की स्थिति से बाहर निकालना है और जीवन पटरी पर लाना है।
कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में सीईओ जिला पंचायत मीनाक्षीसिंह, अपर कलेक्टर जमुना भिड़े, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत बाकलवार, एसडीएम अभिषेक गहलोत, डिप्टी कलेक्टर सिराली जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
विभिन्न बिंदुओं पर ली विस्तृत जानकारी
बैठक में कलेक्टर ने पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिले में कोरोना संक्रमण तथा उससे जुड़ी जानकारियां लेते हुए समीक्षा की। जिले में कोरोना पेशेंट संख्या, कंटेनमेंट स्थिति, सर्वेक्षण, ऑक्सीजन की स्थिति, विभिन्न दवाइयों की उपलब्धता, स्टाफ की उपलब्धता, अस्पतालों में बेड उपलब्धता आदि बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी प्राप्त की।
सघन सर्वेक्षण के लिए 150 दलों का गठन
कलेक्टर ने रतलाम शहर में सघन सर्वेक्षण के लिए 150 दलों के गठन के निर्देश दिए जिसमें महिला बाल विकास, नगर निगम, राजस्व तथा अन्य विभागों के कर्मचारी सम्मिलित रहेंगे। सर्वेक्षण दल मोहल्ले, कालोनियों में पहुंचकर सर्दी, खांसी, जुकाम के मरीजों की जानकारी हासिल करेंगे, साथ ही उनको हाथों-हाथ मेडिकल किट प्रदान करेंगे जिसमें आवश्यक दवाइयां रहेंगी ताकि मरीज गंभीर स्थिति में नहीं पहुंचे। प्रथम चरण का सर्वे रतलाम शहर में 12 दिन में पूरा कर लिया जाएगा। प्रत्येक दल 1 दिन में 20 से 30 घरों को कवर करेगा। सर्दी, खांसी तथा कोरोना के मरीजों को उनके घर पर ही दवाई का किट देगा, उपयोग करने की हिदायत भी देगा। साथ ही कोरोना प्रोटोकॉल भी बताएंगे।
एक दिन में 5000 घरों में पहुंचेंगे दल
रतलाम शहर में 150 दल प्रतिदिन करीब 5000 घरों में पहुंचेंगे, मेडिकल किट के अलावा अन्य सपोर्टिंग दवाओं के संबंध में भी सुझाव देंगे। सघन सर्वेक्षण के निर्देश कलेक्टर द्वारा जिले के सभी एसडीएम को भी अपने अपने क्षेत्रों के लिए दिए गए। कलेक्टर ने कहा कि मोबाइल दल भी बनेंगे जो होम आइसोलेटेड और संदिग्ध कोरोना मरीजों को वॉच करेंगे। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि संदिग्ध कोरोना मरीज के पूरे परिवार को दवाएं दी जाए।
पेशेंट के घर के आस-पास बनेंगे बड़े आकार के कंटेनमेंट
कलेक्टर ने निर्देश दिए कि कोरोना पेशेंट के घरों के आसपास थोड़े बड़े आकार के माइक्रो कंटेनमेंट बनाए जाएं। ग्रामीण क्षेत्रों में खासतौर पर उन गांवों में जहां पेशेंट ज्यादा है पुलिस का फ्लैग मार्च करवाया जाए ताकि बीमारी के प्रति ग्रामीण अलर्ट हो जाए। कलेक्टर द्वारा जिले के अन्य एसडीएम से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चर्चा करते हुए उनके क्षेत्रों में सर्वेक्षण दलों के तत्काल गठन एवं कोरोना मरीजों के सघन सर्वेक्षण के निर्देश दिए कलेक्टर द्वारा कील कोरोना अभियान की जानकारी भी ली गई।
भले ही अतिरिक्त व्यवस्था करनी पड़े, मरीज को किया जाए भर्ती
कलेक्टर ने बैठक में मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. गुप्ता से मेडिकल कॉलेज की जानकारी प्राप्त करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने के लिए आने वाले प्रत्येक मरीज को भर्ती किया जाए, इसके लिए अतिरिक्त व्यवस्थाएं करनी पड़े तो की जाएं। मेडिकल कॉलेज में रैपिड रिस्पांस टीम बनाई जाए जो वहां भर्ती होने के इंतजार में बाहर बैठे मरीज को तत्काल प्राथमिक रूप से उपचार मुहैया करवाएगी ताकि उसके उपचार में कोई देरी नहीं हो। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सब मिलकर कोरोना के विरुद्ध मिशन मोड में कार्य करेंगे सबके सहयोग से दिन-रात कार्य करके जिले को कोरोना से मुक्त किया जाएगा।
कलेक्टर ने बैठक में टीकाकरण कार्य की जानकारी भी प्राप्त की। कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि ईमानदारी से अपने कर्तव्य का निर्वहन करें। अगर हमारे प्रयास से किसी व्यक्ति की जान बच जाती है तो हमारा जीवन सार्थक रहेगा।
मेडिकल कॉलेज के प्रत्येक विभाग को देखा कलेक्टर ने
नवागत कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने रविवार शासकीय मेडिकल कॉलेज रतलाम का निरीक्षण किया तथा वहां की व्यवस्थाओं को देखा। उन्होंने निर्देश दिए कि मेडिकल कॉलेज में आने वाले प्रत्येक मरीज को त्वरित उपचार मिले। उपचार में किसी तरह की कोताही न बरती जाए। मरीज के परिजन भी संतुष्ट रहें तथा सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त हो।
कलेक्टर ने मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. जितेंद्र गुप्ता को यह भी निर्देश दिए कि स्क्रीनिंग के लिए आने वाले मरीजों के लिए वर्तमान स्थल की जगह परिसर में ही अन्य कोई वैकल्पिक स्थान निर्धारित करें जिससे स्क्रीनिंग अंदर की तरफ हो सके। उन्होंने परिसर का भ्रमण कर प्रत्येक विभाग का निरीक्षण किया। परिजनों के लिए की गई व्यवस्था पर उन्होंने संतोष जताया। साफ-सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।