आजादी के जननायक बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि मनाई अजाक्स ने
हरमुद्दा
पिपलौदा, 9 जून। आजादी के जननायक बिरसा मुंडा की पुण्यतिथि नगर में अनुसूचित जाति जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ (अजाक्स) कार्यालय पर अजाक्स, बामसेफ भीम आर्मी आदि सामाजिक संगठनों ने बिरसा मुंडा को याद कर उनके चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया।
अजाक्स के जिला महासचिव अंबाराम बोस ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता सेनानी तथा शोषितों एवं आदिवासियों के नायक बिरसा मुंडा ने एक अमिट छाप छोड़ी। महज 24 वर्ष 6 माह 21 दिन की जिंदगी जीने वाले बिरसा मुंडा की छोटी सी जिंदगी में कई आयाम देखने को मिलते हैं। एक साधारण किसान परिवार में जन्मे मुंडा जी ने शोषण के खिलाफ अंग्रेजों के अत्याचारों के खिलाफ आंदोलन कर एक महान स्वतंत्रता सेनानी बन गए। उन्होंने “उलगुलान” चलाया उलगुलान मतलब अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन करना था। लोगों का उन पर अटूट विश्वास था कि “उनका अंत नहीं; भगवान की मौत नहीं” कार्यक्रम की संबोधित करते हुए अजाक्स के जिला उपाध्यक्ष शंभूलाल मालवीय ने कहा कि बिरसा मुंडा की गणना महान देशभक्तों में की जाती हैं। भारत के इतिहास में बिरसा मुंडा एक ऐसे जननायक थे जिन्होंने भारत के आदिवासी समाज की दशा एवं दिशा बदलकर नवीन सामाजिक एवं राजनीतिक युग का सूत्रपात किया।
यह थे मौजूद
इस अवसर पर दिनेशकुमार डिंडोरीया तहसील अध्यक्ष अजाक्स, अमरूलाल सोलंकी कार्यकारी अध्यक्ष अजाक्स, पूनमचंद बोस तहसील अध्यक्ष राज्य कर्मचारी संघ और अजाक्स के पूर्व कार्यवाहक जिला अध्यक्ष जगन्नाथ सूर्यवंशी, भीमआर्मी के जुझार बोस, मोतीलाल मालवीय, दिनेश दड़िग अयाना, हृदेश राठौर, अजाक्स के महासचिव जगदीश परिहार, मिश्रीलाल मालवीय, मुकेश कुमार मालवीय, मदन धमानिया, शांतिलाल बोस, प्रकाश सोलंकी आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। संचालन दिनेशकुमार डिंडोरीया ने किया। आभार अमरूलाल सोलंकी ने माना।