बारिश से खिले चेहरे : हल्की बौछारें पड़ने से वातावरण में घुली ठंडक
3 दिन से जिले में कहीं भी नहीं बरसा पानी
गत वर्ष के मुकाबले जिले में बारिश करीब 4 इंच कम
मौसम विभाग द्वारा जिले में बारिश का अलर्ट जारी
हरमुद्दा
रतलाम, 19 जुलाई। रविवार को जिलेवासियों को तेज गर्मी, उमस ने परेशान कर दिया, मगर सोमवार सुबह से बादल छाने और कुछ स्थानों पर हल्की बौछारें पड़ने से वातावरण में कुछ ठंडक घुल गई। हालांकि मौसम का बदला मिजाज देखकर लोगों को झमाझम की उम्मीद थी। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक सोमवार को शहर में अच्छी बारिश की संभावना है। उल्लेखनीय है कि 3 दिन से जिले में एक बूंद बारिश नहीं हुई है। गत वर्ष के मुकाबले जिले में बारिश काफी कम हुई है। करीब 4 इंच बारिश कम हुई है।
गौरतलब है कि शहर में जुलाई में अपेक्षित बरसात नहीं हुई है। इसके चलते पिछले 15 दिनों से अधिकतम तापमान बढ़ा हुआ है। साथ ही उमस से भी लोग हलाकान हो रहे हैं। सोमवार मौसम में कुछ बदलाव देखने को मिला है। इससे बारिश की उम्मीद भी बढ़ी है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी होने से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी मिलना शुरू हो गई है। मौसम विभाग द्वारा जिले में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है।
अब तक सर्वाधिक सैलाना में बारिश
उल्लेखनीय है कि वर्तमान मानसून सत्र में सर्वाधिक 288 मिलीमीटर बारिश सैलाना क्षेत्र में हुई है जबकि सबसे कम 115.6 मिमी बारिश ताल क्षेत्र में हुई है। जिले में गत वर्ष औसत रूप से अब तक 317 मिमी बारिश हो चुकी थी जबकि इस वर्ष मानसून सत्र में अब तक केवल 218 मिमी बारिश औसत रूप से हुई है जो कि गत वर्ष की तुलना में 99 मिलीमीटर कम है। जबकि औसत रूप से जिले में अब तक 341 मिमी बारिश होना थी।
मानसून ट्रफ भी अब आ गया सामान्य स्थिति में
मध्यप्रदेश के मध्य से लेकर तमिलनाडु तक एक द्रोणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। मानसून ट्रफ भी अब सामान्य स्थिति में आ गया है। वर्तमान में वह राजस्थान से उत्तर प्रदेश होते हुए नागालैंड तक जा रहा है। इसका एक छोर सोमवार को बंगाल की खाड़ी में पहुंच सकता है। इससे बड़े पैमाने पर नमी आने का सिलसिला शुरू होगा। इस वजह से रतलाम सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में बारिश की गतिविधियां और बढ़ेंगी।
बंगाल की खाड़ी में बन रहा है कम दबाव का क्षेत्र
23 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र बनने जा रहा है। इस वेदर सिस्टम के प्रभाव से भी प्रदेश में अच्छी बरसात होने की उम्मीद है।