संसद का मानसून सत्र शुरू : विपक्ष ने किया हंगामा, प्रधानमंत्री ने कहा अनुसूचित जाति और पिछड़े वर्ग के मंत्री रास नहीं आ रहे हैं विपक्ष को
लोक सभा की कार्रवाई दोपहर 2 बजे तक स्थगित
विपक्षी दल पूछे तीखे सवाल, लेकिन सरकार का जवाब सुनने के लिए भी रहे तैयार
सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार
बिल पास करवाने पर सरकार की नजर
हरमुद्दा
नईदिल्ली, 19 जुलाई। सोमवार से संसद का मानसून सत्र शुरू हो गया। पंरपरा के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नवनियुक्त सदस्यों और मंत्रियों से सदन का परिचय करवाना चाहते थे, लेकिन जैसे ही पीएम मोदी ने बोलना शुरू किया, विपक्ष सदस्य हंगामा करने लगे। इस पर पीएम मोदी ने विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि मेरे अनुसूचित जाति और पिछड़ी जाति के साथी मंत्री बनकर आए हैं, यह कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। किसान परिवार और गांव से आने वाले सांसद मंत्री बने हैं, यह कुछ लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। विपक्ष के सांसदों के हंगामे के बीच लोक सभा की कार्रवाई दोपहर 2 बजे तक स्थगित हो गई है, जबकि राज्य सभा की कार्रवाई को 12.24 बजे तक स्थगित कर दिया गया है।
वहीं, सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोहराया कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, विपक्षी दल तीखे सवाल पूछे, लेकिन सरकार का जवाब सुनने के लिए भी तैयार रहे। सरकार कोरोना और टीकाकरण पर सार्थक चर्चा के लिए तैयार है। कोई कमियां रह गई हैं तो उन्हें भी दूर करने का प्रयास हो।
कई मुद्दे उठ सकते हैं मानसून सत्र में
मानसून सत्र में किसान आंदोलन और कृषि बिल का मुद्दा भी उठ सकता है। वैसे सरकार ने कहा है कि वह सभी मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है। सरकार की कोशिश है कि 13 अगस्त तक चलने वाले इस सत्र के दौरान बिल पारित करवाए जाए। वहीं प्रदर्शनकारी किसान भी अपनी तैयारी में जुटे हैं। किसानों का कहना है कि जब तक संसद का यह सत्र चलेगा, तब तक वे जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन देंगे।
मंगलवार को हो सकता है पीएम मोदी का भाषण
पीएम मोदी 20 जुलाई को संसद से संयुक्त सत्र को संबोधित कर सकते हैं। इस दौरान पीएम मोदी कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए उठाए गए कदमों के साथ ही तीसरी लहर से बचाव पर देश की रणनीति के बारे में बताएंगे।
हो रहा है पूरा पालन कोरोना प्रोटोकॉल का
संसद सत्र के दौरान कोरोना प्रोटोकॉल का पूरा पालन किया जाएगा। सत्र से पहले ही 400 से अधिक सांसदों और 200 से अधिक कर्मचारियों का टीकाकरण किया जा चुका है। मानसून सत्र कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए आयोजित किया जाएगा जिसमें सामाजिक दूरी बनाए रखना शामिल है, हालांकि दोनों सदन एक साथ बैठेंगे।
बिल पास करवाने पर सरकार की नजर
डीएनए टेक्नोलॉजी बिल, असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी बिल, माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों के रखरखाव और कल्याण, ट्रिब्यूनल रिफॉर्म्स बिल और फैक्टरिंग रेगुलेशन अमेंडमेंट बिल सहित सरकार सत्र में लगभग 20 बिल ला सकती है। सरकार ने निचले सदन में पेश किए जाने वाले 23 विधेयकों को सूचीबद्ध किया है जिनमें 17 नए विधेयक और छह विधेयक शामिल हैं जो पहले पेश किए जा चुके हैं।