इनकम टैक्स की नजरों से नहीं बच पाया दैनिक भास्कर समूह, देशभर में कई राज्यों के अनेक स्थानों पर छापे की कार्रवाई
🔲 मजीठिया न देने पर चुप रहने वाली संसद ठप
🔲 कर चोरी का आरोप
हरमुद्दा
गुरुवार, 22 जुलाई। देश का सबसे बड़ा मीडिया समूह मानने वाले दैनिक भास्कर के कई ठिकानों पर इनकम टैक्स छापामार कार्रवाई हुई है। यह छापामार कार्रवाई दैनिक भास्कर ग्रुप के मप्र, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के ऑफिसों में एक साथ हुई है। ग्रुप के मालिक व संचालकों के आवास पर भी कार्रवाई की गई है। इस घटनाक्रम को लेकर गुरुवार को संसद में विपक्ष ने हंगामा जिसके बाद सदन की कार्रवाई ठप हो गई, जहां मीडिया घरानों द्वारा पत्रकारों मजीठिया वेतनमान नहीं देने पर चुप्पी साध ली जाती रही है।
हिंदी अखबार दैनिक भास्कर समूह (Dainik Bhaskar) के सभी ऑफिसों पर छापे की कार्रवाई आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग कर रही है। अल सुबह एक साथ सभी दफ्तरों में छापे डाले गए। सुबह 5 बजे शुरू हुई कार्रवाई समाचार लिखे जाने तक जारी रही। इस दौरान भोपाल स्थित भास्कर के मालिक सुधीर अग्रवाल सहित सभी संचालकों के निवास के साथ ही ऑफिसों में सर्चिंग शुरू की गई। इस दौरान ऑफिस में मौजूद कर्मचारियों के फोन छीन लिए गए। किसी को भी अंदर से बाहर निकलने और बाहर से अंदर आने पर रोक लगा दी गई।
अखबार मालिकों से पहले भी पूछताछ कर चुकी है ईडी
मीडिया रिपोर्ट और न्यूज एजेंसियों के अनुसार आयकर विभाग ने यह कार्रवाई कर चोरी के आरोप के चलते कर रही है। इसके तहत दैनिक भास्कर के नोएडा, भोपाल, इंदौर, मुंबई और पटना समेत देश के स्थानों पर स्थित ऑफिसों में यह छापेमारी चल रही है। समूह के मालिकों के आवासों पर भी कार्रवाई की गई। राजस्थान में जयपुर स्थित हेड ऑफिस पर भी कार्रवाई जारी है। पता चला है कि यहां आयकर विभाग के लगभग 35 अधिकारी दस्तावेजों की छानबीन कर रहे हैं। अहमदाबाद में भी कार्रवाई की खबर है। अखबार के मालिकों से ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है।
दिल्ली-मुंबई की टीमें कर रहीं कार्रवाई
बताया जा रहा है कि दैनिक भास्कर द्वारा आयकर विभाग को समूह की ओर से जो दस्तावेज दिए गए वे संतोषजनक नहीं थे। इससे कर चोरी की आशंका होने पर ही छापे की कार्रवाई दिल्ली और मुंबई की टीमों द्वारा की गई। हालांकि आयकर विभाग अथवा उसके नीति-निर्माण निकाय, केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) की ओर से इस संबंध में किसी प्रकार की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। दफ्तरों और मालिक के निवास के बाहर सीआरपीएफ के अलावा स्थानीय पुलिस भी तैनात की गई है। जैसे ही छापे की खबर लगी प्रबंधन ने अपनी डिजिटल विंग को घर से ही काम करने के लिए कह दिया गया।
कई अन्य में कारोबार से जुड़ा हुआ है मीडिया समूह
कई अन्य कारोबारों से भी जुड़ा है दैनिक भास्कर समूह
दैनिक भास्कर समूह मीडिया बिजनेस के अलावा कई अन्य कारोबार से भी जुड़ा है। बताया जा रहा है कि प्रमुख हिंदी मीडिया समूह के प्रमोटर भी शामिल हैं। वजह यह कि इन प्रमोटरों के माध्यम से कई राज्यों में दैनिक भास्कर का अलग-अलग भाषाओं में संचालन किया जाता है। इसके अतिरिक्त डीबी डिजिटल, डीबी पॉवर, माय एफएम रेडियो के अलावा ऑइल, कपड़ा, प्रॉपर्टी के क्षेत्र में भी भास्कर समूह कार्य करता है। ये सभी आयकर के रडार पर हैं।
भाजपा विधायक के घर भी छापा पड़ने से हड़कंप
बस्ती जिले के हरैया विधानसभा के भाजपा विधायक अजय सिंह के पैतृक गांव लजघटा में भी आयकर विभाग ने छापा मारा। पहुंचते ही पुलिस ने पूरे गांव घेर लिया। विधायक अजय सिंह का एक निजी न्यूज़ चौनल में कुछ शेयर है। इसी संबंध में उनके घर आयकर विभाग की छापामारी हुई। छापे के दौरान विधायक अजय सिंह मौजूद नहीं थे।
यूपी के भारत समाचार पर भी पड़ा छापा
यूपी के एक टीवी चैनल भारत समाचार (Bharat Samachar) पर भी छापे की कार्रवाई की गई। आयकर अधिकारियों की टीम ने इसके लखनऊ स्थित ऑफिस और संपादक के घर तलाशी ली। सूत्रों की मानें तो चैनल की ओर से दिए गए दस्तावेजों के आधार पर टैक्स चोरी के पुख्ता सबूतों के आधार पर कार्रवाई की गई। कार्रवाई को भारत समाचार की हालिया रिपोर्टिंग में यूपी सरकार की आलोचना किए जाने से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
कार्रवाई के खिलाफ विपक्ष ने खोला मोर्चा, संसद में किया हंगामा, दोनों सदनों की कार्रवाई स्थगित
दैनिक भास्कर पर हुई आयकर विभाग की कार्रवाई के बाद तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित संसद में विपक्ष ने मोर्चा खोल दिया। विपक्ष ने इसे आपातकाल निरूपित करते हुए संसद और राज्य सभा में हंगामा किया। विपक्षी सदस्यों ने राज्यसभा में भास्कर ग्रुप पर इनकम टैक्स विभाग के छापों का विरोध कर नारेबाजी भी की। इसके बाद सदन दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया। बाद में कार्यवाही शुरू हुई, लेकिन भारी हंगामे की वजह से सदन कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। लोकसभा में भी हंगामा हुआ। यहां फोन टैपिंग और जासूसी का मुद्दा उठा। लोकसभा पहले 4 बजे और फिर कल सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
चौथे स्तंभ की आवाज दबाने का प्रयास
इधर, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, राज्यसभा सदस्य एवं मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, सीपीआई (एम) के महासचिव सीताराम येचुरी, सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण आदि ने ट्वीट कर ऐतराज जताया है। इन सभी का कहना है कि यह प्रजातंत्र के चौथे स्तंभ की आवाज दबाने का प्रयास है।
मजीठिया वेतनमान को लेकर न्यायालयों में विचाराधीन हैं कई केस
दैनिक भास्कर समूह देश के उन तमाम मीडिया समूहों में से प्रमुख है जिसके द्वारा अपने कर्मचारियों को मजीठिया वेतनमान का लाभ नहीं दिया जा रहा है। कर्मचारियों की मजीठिया वेतमान की लड़ाई लड़ रहे मप्र पत्रकार-गैर पत्रकार संघ के प्रांतीय महासिचव तरुण भागवत के अनुसार सरकार को दैनिक भास्कर समूह से मजीठिया वेतनमान का लाभ देने के मामले में भी पूछताछ की जानी चाहिए। भागवत के अनुसार मीडिया समूहों को कर्मचारियों को मजीठिया वेतमानमान का लाभ 2010 से दिया जाना है जिसे लेकर सुप्रीम कोर्ट 2014 में दिए आदेश में स्पष्ट भी कर चुकी है।