शिक्षक का अनुकरणीय प्रयास : सरकारी स्कूल को निजी से ज्यादा स्मार्ट बनाने का, विद्यार्थी भी है बेहद खुश
ग्राम शिवगढ के पास 8 किलोमीटर दूर माध्यमिक विद्यालय है घोड़ा पल्ला
हरमुद्दा
रतलाम, 23 जुलाई। यह सबक उन सभी शासकीय कर्मचारियों के लिए है जो शासकीय दफ्तर को बिल्कुल ही शासकीय बना कर छोड़ देते हैं, मगर एक शिक्षक का अनुकरणीय प्रयास ऐसा रंग लाया कि सरकारी विद्यालय को निजी विद्यालय से भी बेहतर बना दिया। गुरु पूर्णिमा पर गुरु ने सीख दी है कि चाहे तो शिक्षक और कर्मचारी श्रेष्ठ से श्रेष्ठतम कर सकता, बस जरूरत होती है स्वप्रेरणा की।
हम आज बात कर रहे हैं आदिवासी क्षेत्र शिवगढ़ अंचल की। यहां से तकरीबन 8 किलोमीटर दूर घोड़ा पल्ला गांव है, जहां का माध्यमिक विद्यालय बड़े बड़े निजी विद्यालयों से भी बेहतर नजर आ रहा है। ऐसा अनुकरणीय प्रयास किया है शिक्षक देवेंद्र वाघेला ने।
कुछ ही सालों में बदल दी स्कूल की सीरत और सूरत
शिक्षक वाघेला ने बताया कि जब वे स्कूल आए थे, तब इसकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी लेकिन बीते कुछ सालों में अपने कई प्रयास से स्कूल की सीरत और सूरत ही बदल दी। बच्चे भी इस स्कूल में आने से काफी प्रसन्नता महसूस करते हैं। स्कूल परिसर को सुव्यवस्थित करने का परिणाम यह रहा कि जब जब शिक्षक वाघेला 2013 में यहां पर पदस्थ हुए थे, तब विद्यार्थियों की संख्या मात्र 43 थी मगर अब स्कूल में विद्यार्थियों की संख्या 143 हो गई है।
हौसला अफजाई के लिए करते हैं विद्यार्थियों को पुरस्कृत
बच्चों और उनके अभिभावकों स्कूल आने के लिए शिक्षक वाघेला हरदम प्रयासरत रहते हैं विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करते हैं उन्हें प्रतियोगिताओं में शामिल होने के लिए लिए प्रेरित करते हैं और उनकी हौसला अफजाई के लिए पुरस्कृत करते हैं
स्मार्ट क्लास शुरू करने का हो रहा है हर स्तर से प्रयास
शिक्षक वाघेला शिवगढ़ माध्यमिक शिक्षक के प्रयासों से आगे भी घोड़ा पल्ला के बच्चों की सुविधा के लिए स्कूल की तरक्की के लिए स्मार्ट क्लास की शुरुआत करने का हर स्तर से प्रयास किया जा रहा है। मोबाइल पर प्रतिदिन कोर्स के वीडियो, ऑनलाइन पढ़ाई, साथ ही प्रतिदिन बच्चों से घर-घर संपर्क कर उन्हें प्रतिदिन दो से तीन घण्टे पढ़ने के लिए प्रेरित करते है। यहां तक कि वे उन्हें समझाने के साथ ही पुनः चेक भी करते हैं कि जो कहा गया है वह बच्चे कर रहे हैं या नहीं। यह सारे प्रयास छठी, सातवीं एवं आठवीं के बच्चों के साथ किए जा रहे हैं। उन्ही प्रयासों की बदौलत बच्चे नियमित पढ़ाई कर रहे हैं। शिक्षा व स्कूल से जुड़े हुए हैं और सारी गतिविधियां नियमित चल रही है। आने वाला समय में मोबाइल, लैपटॉप कंप्यूटर के माध्यम से स्मार्ट क्लास की तैयारी की जा रही है, ताकि बच्चे उच्च शिक्षा अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके। अच्छी तरह समझ सके और जीवन में आगे बढ़ सके।
सभी बेहद खुश हैं इनकी कार्यप्रणाली से
वाकई में शिक्षक वाघेला ने वर्तमान में घर घर जाकर नियमित शिक्षा से उन्हें जोड़ रखा है। उद्देश्य है बच्चे नियमित्त पढ़ाई करें। तरक्की करें, आगे पढ़ें और भविष्य में स्मार्ट क्लास से जुड़कर अच्छी पढ़ाई करें। इनके कार्य से प्रधानाध्यापक, संकुल प्राचार्य, शिक्षक, अधिकारी, पालक बच्चे सभी खुश है। ग्रामवासी, ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, जिला पंचायत ने इनके काम के लिए बधाई और शुभकामनादी है