राष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी ख्याति : औद्योगिक विकास को पंख लगाने में मील का पत्थर सिद्ध हो रहे बहु उत्पाद
तेजी से होगा जावरा का औद्योगिक विकास
बहु उत्पाद क्षेत्र में आधारभूत कार्यो की निविदा आमंत्रित
विधायक व कलेक्टर ने किया क्षेत्रऔद्योगिक का निरीक्षण
हरमुद्दा
जावरा / रतलाम, 23 जुलाई। जावरा नगर के औद्योगिक विकास को पंख लगाने में मील का पत्थर सिद्ध हो रहे बहु उत्पाद औद्योगिक क्षेत्र ने अब अपना आकार लेना शुरू कर दिया है। क्षेत्र में आधारभूत विकास कार्यो के लिए 38 करोड़ रु की निविदा भी आमंत्रित हो गई है। शुक्रवार को कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने विधायक डॉ राजेन्द्र पाण्डेय के साथ प्रस्तावित औद्योगिक क्षेत्र शुगर मिल परिसर का निरीक्षण किया।
उल्लेखनीय है कि विधायक डॉ. पाण्डेय द्वारा लम्बे समय से जावरा शुगर मिल में बहु उत्पाद औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए प्रयास किया जा रहे है। जिसके फलस्वरूप प्रदेश शासन ने बीते समय शुगर मिल परिसर में बहु उत्पाद औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने की स्वीकृति प्रदान की।
क्षेत्र में निवेशकों को मिलेगी कई प्रकार की सुविधाएं
म.प्र. औद्योगिक विकास निगम द्वारा इस क्षेत्र को विकसित किया जाएगा। क्षेत्र में निवेशको को विभिन्न प्रकार की सुविधाए प्रदान की जाएगी l निगम ने इस संबंध में निविदा भी आमंत्रित कर दी है l 38 करोड़ रु की जारी इस निविदा में बहु उत्पाद औद्योगिक क्षेत्र में आधारभूत विकास कार्य किये जायेगे l जिसमे मुख्य रूप से सी.सी. सडक, पुलिया, स्ट्रांग वाटर ड्रेनेज ,जल वितरण के लिए पाईप लाईन ,पेयजल हेतु उच्च दाब की टंकी निर्माण,स्ट्रीट लाईट, 33 केवी क्षमता का ट्रांसफार्मर व् ग्रिड सहित विभिन्न कार्य सम्मिलित किये गये है l यह कार्य लगभग एक डेढ़ माह में प्रारम्भ किया जाना प्रस्तावित है।
ऑनलाइन आवेदन मंगाने की प्रक्रिया शुरू
ज्ञातव्य है कि जावरा औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगपतियों के उत्साह को देखते हुए निवेशको से आन लाईन आवेदन मंगाए जाने की प्रक्रिया भी प्रारम्भ कर दी गई है l जिससे शीघ्र निवेशको को भूमि आवंटन किया जा सकेगा। जिससे निवेशक अपनी ईकाईयो का निर्माण भी शुरू कर सकेगे।
300 से 400 करोड़ का निवेश होने की सम्भावना
औद्योगिक क्षेत्र जावरा शीघ्र ही राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित करेगा। इस क्षेत्र में लगभग 200 ईकाईयो के स्थापित होने के साथ 300 से 400 करोड़ का निवेश होने की सम्भावना है जिससे लगभग 3 हजार से अधिक लोगो को रोजार मिलने की सम्भावना है।
शुक्रवार को कलेक्टर ने विधायक डॉ. पाण्डेय के साथ इस औद्योगिक क्षेत्र का निरीक्षण किया। कलेक्टर ने मिल परिसर का सीमांकन करने ,आधारभूत कार्य प्रारम्भ करने से पूर्व सम्पति व् मशीनों का आकलन करने का भी निर्देश दिया। इस दौरान अनुविभागीय अधिकारी हिमांशु प्रजापति, उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक मुकेश शर्मा सहित विभिन्न अधिकारीगण उपस्थित रहे।