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पटवारियों के सब्र का बांध टूटा, मुख्यमंत्री को दी आंदोलन की चेतावनी

🔲 वेतन विसंगति दूर करने की 22 वर्षों से मांग

🔲 तहसीलदार के माध्यम से भेज वरिष्ठों को ज्ञापन

हरमुद्दा
पिपलौदा/रतलाम / भोपाल, 3 अगस्त। लगभग 22 वर्षों से वेतन विसंगति दूर करने की मांग कर रहे पटवारियों की सब्र का बांध टूट गया है। 2 दिनों से सामूहिक अवकाश ले कर विरोध प्रदर्शन कर रहे पटवारियों ने मुख्यमंत्री सहित विभिन्न प्रमुखों को तहसीलदार के माध्यम से ज्ञापन देकर आगामी आंदोलन की चेतावनी दी है। निर्णय के तहत 5 अगस्त को वेब पोर्टल सहित समस्त ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार तथा 10 को अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल होगी।

पटवारी संघ के तहसील अध्यक्ष रमेश रैदास ने हरमुद्दा को बताया कि प्रदेश में पटवारियों के वेतन का निर्धारण 23 वर्ष पूर्व किया गया था, जबकि इस अवधि में अन्य विभागीय कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोत्तरी की जा चुकी है। प्रदेश के 19 हजार पटवारियों ने अपनी मांगे पूरी करवाने के लिए आंदोलन की राह पकड़ ली है। मध्य प्रदेश पटवारी संघ का कहना है कि सरकार उनकी मांगों की ओर ध्यान नही देती है तो वह 10 अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। पटवारियों के अवकाश पर चले जाने से भू अभिलेख से जुडे काम ठप्प है। 

किसान और सरकार के बीच की कड़ी है पटवारी

मध्यप्रदेश में पटवारी निरंतर किसानों व सरकार के बीच की कड़ी के रूप में कार्य कर शासन की विभिन्न योजनाओं का सफलता पूर्वक क्रियान्वयन कर रहा है। कम संसाधनों के बाद भी पटवारी शासन तथा किसान के हित के प्रति काम कर रहा है।

बावजूद कर रहे हैं तकनीकी कार्य

विभिन्न प्रकार के तकनीकी सॉफ्टवेयर, मोबाइल एप्प, वेब पोर्टल तथा टी एस एम मशीन सहित तकनीकी उपकरणों के साथ काम कर रहे हैं। विभिन्न पटवारियों की योग्यता स्नातक की जा चुकी है। तकनीकी कार्य किए जाने के बाद भी पटवारियों को तकनीकी ग्रेड पे नहीं दी जा रही है| यही वेतन समकक्ष पदों को अधिक दी जा रही है।

14 साल पहले दिया था पूर्व मुख्यमंत्री ने आश्वासन

14 वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री स्वयं पटवारियों के प्रांतीय अधिवेशन में वेतन विसंगति दूर कर करने का आश्वासन दे चुके हैं | 2019 में राजस्व मंत्री ने लिखित आश्वासन भी दिया था, लेकिन कार्रवाई अभी तक लंबित है | समयमान वेतनमान के लिए भी पटवारी परेशान हो रहे हैं। वर्तमान में पटवारियों की नियुक्ति प्रदेश स्तर पर की गई है, जबकि पटवारी का पद जिला स्तरीय है।

15 पटवारी की हो चुकी है मौत

नवनियुक्त पटवारी वर्तमान में लगभग 700 से 800 किलोमीटर दूर सेवाएं देना पद रही है। इससे 15 पटवारियों की मौत भी हो चुकी है। जिला स्तरीय पद होने से जिला स्तर पर नियुक्त किया जाने की मांग की है। नवीन पटवारियों की सी पी सी टी परीक्षा उत्तीर्ण करने की अनिवार्यता समाप्त की जाने की भी मांग की गई है।

5 अगस्त को ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार

5 अगस्त को वेब पोर्टल सहित समस्त ऑनलाइन कार्य का बहिष्कार तथा 10 को अनिश्चितकालीन कलमबंद हड़ताल की चेतावनी दी है।

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