बिना अनुमति के संचालन पर कार्रवाई : हैरिटेज सेक्शन के कालाकुंड स्टेशन के कैंटीन पर विजिलेंस टीम ने लगाया ताला

 अफसरों की भूमिका पर भी उठने लगे सवाल

 अवैध स्वल्पाहार बेचे जाने की हुई शिकायत

हरमुद्दा
इंदौर/ रतलाम, 18 अगस्त। रतलाम रेल मंडल के हैरिटेज सेक्शन के कालाकुंड रेलवे स्टेशन पर बिना अनुमति के संचालित कैंटीन पर विजिलेंस टीम ने ताला लगा दिया। अवैध स्वल्पाहार बेचे जाने की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने यह कार्रवाई की है। लोगों के लिए भी यह घातक हो सकता था। अन्य अफसरों की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रतलाम रेल मण्डल के हैरिटेज सेक्शन में कालाकुंड स्टेशन पर अवैध स्वल्पाहार विक्रय की शिकायत विजिलेंस शाखा को मिली थी। इसके चलते विजिलेंस शाखा के इंस्पेक्टर मनोज यादव, सौरभ मसेकर, मिक्की सक्सेना, हेड कांस्टेबल रवि साठे और सी. एस. पाटिल ने छापामार कार्रवाई की। विजिलेंस की कार्रवाई के कारण मण्डल में हड़कम्प मच गया है।

रेलवे सेफ्टी के दावे करने वाले अमले की सक्रियता पर ही सवालिया निशान

सूत्रों से पता चला है कि जांच में अवैध कारोबार की बात सामने आई है। पता चला है कि कालाकुंड स्टेशन पर स्थित रेलवे ऑफिसर्स रेस्ट हाउस से बिना अनुमति के पुराने ठेकेदार द्वारा 100 से 120 रुपये में खाना बेचा जा रहा था। ठेकेदार के कर्मचारी खाना रेलवे स्टेशन पर ही ओआरएच के रसोईघर में बनाकर यात्रियों को सप्लाई किया जा रहा था। भोजन बनाने के लिए घरेलू गैस सिलेंडर का उपयोग किया जा रहा था। जबकि गैस सिलेंडर का उपयोग रेलवे स्टेशन पर किया जाना प्रतिबंधित है। यह नियम विरुद्ध होने के साथ ही यात्रियों की जान से खिलवाड़ भी साबित हो सकता था। इससे रेलवे सेफ्टी के दावे करने वाले अमले की सक्रियता पर ही सवाल उठ रहे हैं।

अन्य अफसरों की भूमिका संदिग्ध

जानकारी के अनुसार हैरिटेज ट्रेन का संचालन गत 05 अगस्त से ही शुरू हो गया था। तभी से कैंटीन भी संचालित की जा रही थी। इसके लिए किसी प्रकार की अनुमति रेलवे द्वारा जारी नहीं की गई थी। विजिलेंस जांच के दौरान ठेकेकेदार के पास इनके पास कोई अनुमति पत्र, फ़ूड सेफ्टी का लाइसेंस, मेडिकल कार्ड आदि नहीं मिले। कोरोना काल में भी बिना चिकित्सा और फ़ूड सेफ्टी लाइसेंस के इस तरह अवैध कारोबार चलने से स्टेशन मास्टर, वाणिज्य निरीक्षक, रेलवे सुरक्षा बल, स्वास्थ्य निरीक्षक के साथ ही अन्य अफसरों की भूमिका संदिग्ध नजर आ रही है। इससे रेलवे को आर्थिक नुकसान तो झेलना ही पड़ा, लोगों के लिए भी यह घातक हो सकता था।

रेल कर्मचारी के परिजन की बताई जा रही कैंटीन

सूत्रों की मानें तो विजिलेंस टीम ने जिस वक्त छापा मारा ( Railway Vigilance Raid ) रेलवे स्टेशन की कैंटीन पर अनाधिकृत वेंडरों द्वारा यात्रियों को खाद्य सामग्री सप्लाई की जा रही थी। पूछताछ में उन्होंने विजिलेंस टीम को बताया कि अभी तक कैंटीन का विधिवत आवंटन नहीं हुआ है। यह भी बात सामने आई की कैंटीन का संचालन कतिपय रेल कर्मचारी के परिजन द्वारा ही किया जा रहा है। इससे टीम ने तत्काल प्रभाव से उपयोग सारा सामान जब्त कर कैंटीन के रसोई घर को सील कर दिया।

होगी नियमानुसार कार्रवाई

विजिलेंस की कार्रवाई गोपनीय रहती है, इसलिए अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। विजिलेंस द्वारा की गई कार्रवाई संबंधित विभाग को प्राप्त होने पर नियमानुसार वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

खेमराज मीणा, जनसंपर्क अधिकारी, रेल मंडल, रतलाम

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