कार्रवाई का दूसरा पहलू : पंजा कार्रवाई के दौरान दिखाया रहम, बचाने दिया सामान दुकानों का
जब बिजली मिली चालू तो कार्रवाई हुई बंद
सामान सड़क पर रखकर करने लगे रखवाली
हरमुद्दा
रतलाम, 25 अगस्त। त्रिपोलिया गेट पर गुंडे संजय चौधरी के अवैध साम्राज्य पर पंजा चलाने से पहले कार्रवाई का दूसरा रूप भी देखने को मिला। कार्रवाई से पहले अधिकारियों ने रहम दिखाते हुए दुकानदारों को सामान निकालने की मोहलत दे दी। इससे दुकानदारों को राहत मिली। इससे साफ जाहिर होता है कि कार्रवाई का उद्देश्य अवैध अतिक्रमण ही तोड़ना था दुकानदारों की सामग्रियां नहीं।
बुधवार सुबह जब नगर निगम और जिला प्रशासन का दल कार्रवाई करने के लिए पहुंचा, तब दुकानदारों द्वारा निवेदन करने पर फटाफट सामान निकालने की अनुमति दे दी गई। तो फिर ताबड़तोड़ सामान निकालने लगे और इस कार्य में कई हितैषियों ने मदद की। कुछ ही देर में दुकानों से फटाफट सामान लाकर सड़क पर रख दिया। कार्रवाई शुरू होने बाद तक दुकानदार सामान निकालने की जद्दोजहद करते रहे। यहां पर मोबाइल, दवाई और किराने की दुकानें थी।
तब मिली लाइट चालू
दुकाने खाली होने के बाद जेसीबी का पंजा चला और निर्माण को ध्वस्त करता गया, तभी दूसरी दुकान पर जब कार्रवाई की गई तो बिजली चालू मिली तो तत्काल कार्रवाई रोकी गई। जेसीबी के चालक ने कहा कि पहले लाइनमैन को बुलाओ। बिजली अभी तक चल रही है। जबकि पूर्व से ही विद्युत कनेक्शन विच्छेद कर दिए गए थे, फिर भी एक बल्ब चल रहा था। जब यह कार्रवाई चल रही थी, तब भी पाँचवीं दुकान के दुकानदार सामान निकालने में लगे हुए थे।
चौथे नंबर की दुकान के ऊपर घोड़े की नाल लगी हुई थी, उसे भी निकालते हुए नजर आए। ऐसी मान्यता है कि घोड़े की नाल लगाने से दुकान अच्छी चलती है।
ईधर कार्रवाई चलती रहे और उधर सामान समेट कर ले जाते रहे
जेसीबी ने देखते ही देखते सारा अवैध साम्राज्य नेस्तनाबूद कर दिया। जेसीबी से कबाड़ निकाल निकाल कर बाहर किया गया, वहीं दुकानदारों द्वारा जो सामग्री बचाकर सड़क पर रखी गई थी, वह भी वाहनों के माध्यम से ले जाते हुए नजर आए। घर के परिजन भी सामान को फटाफट समेटने में लगे रहे दुकान का सामान तो निकाल लिया लेकिन पंखे, बल्ब, सी टीवी कैमरा आदि नहीं निकाल पाए। अंत में नगर निगम के वाहनों में कबाड़ का सामान भरकर ले जाया गया जिसमें पतरे लोहे के एंगल सहित अन्य सामग्रियां थी।