प्रत्येक युग में प्रत्येक पीढ़ी के लिए पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र : सह क्षेत्र प्रचार प्रमुख
प्रह्लाददास काकानी ट्रस्ट द्वारा संचालित वाचनालय शुरू
हरमुद्दा
रतलाम, 25 अगस्त। पुस्तकालय का अर्थ है पुस्तकों का मंदिर अर्थात पवित्रता का भाव। पवित्रता से युक्त मंदिर में रहने वाली पुस्तकों में क्या है? तो पुस्तकों में है दर्शन। मनुष्य जन्म से लेकर मोक्ष प्राप्ति तक जो चार पुरुषार्थ करता है उसके अनुभवों का संकलन है पुस्तकें। इसीलिए प्रत्येक युग में प्रत्येक पीढ़ी के लिए कहा गया है कि पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मित्र होती हैं। पुस्तकें निराशा की गहराई में समाए हुए मनुष्य को उबारकर जीवन के उच्च शिखर तक ले जाने का सामर्थ्य रखती है।
यह विचार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के मध्य क्षेत्र के सह क्षेत्र प्रचार प्रमुख कैलाशचंद्र ने व्यक्त किए। वे पैलेस रोड़ स्थित प्रह्लाद दास काकानी ट्रस्ट द्वारा संचालित वाचनालय के शुभारंभ के अवसर पर मौजूद थे।
माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन से शुरुआत
यह जानकारी नगर प्रचार प्रमुख पंकज भाटी ने देते हुए बताया कि पैलेस रोड स्थित वाचनालय का शुभारंभ करते हुए अतिथियों ने भारत माता एवं देवी सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित किया। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचार प्रमुख विनय दीक्षित, वरिष्ठ प्रचारक बालमुकुंद झा, विभाग प्रचारक विजेंद्र गोठी सहित बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। वाचनालय शुभारंभ समारोह का संचालन डॉ. रत्नदीप निगम ने किया। आभार विवेक जायसवाल ने माना।