देश में पानी की समस्या दूर की भारत रत्न विश्वेश्वरैया ने, 15 सितंबर को मनाएंगे इंजीनियर्स डे
🔲 इंजीनियर एसोसिएशन द्वारा होगा स्मारिका का प्रकाशन, 9 सितंबर तक भेज सकते हैं अपनी रचनाएं
हरमुद्दा
रतलाम, 5 सितंबर। इंजीनियर एसोसिएशन रतलाम विगत 12 वर्षो से सतत इंजीनियर्स डे वृहद रूप से बनाता आ रहा है। दरअसल 15 सितंबर को भारत के महान अभियंता और भारत रत्न मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया का जन्मदिन मनाया जाता है। उन्हीं की वजह से देश में पानी की समस्या दूर हुई थी। एसोसिएशन द्वारा स्मारिका का प्रकाशन भी किया जा रहा है। इंजीनियर अपनी रचनाएं 9 सितंबर तक भेज सकते हैं ताकि स्मारिका में प्रकाशित की जा सके।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल तिवारी एवं सचिव विजय सोनी ने हरमुद्दा को बताया की इस वर्ष भी 15 सितंबर इंजीनियर्स डे मनाया जाएगा तथा स्मारिका का प्रकाशन भी किया जा रहा है। एसोसिएशन का मुख्य उद्देश्य नए इंजीनियर्स को पुराने अनुभवी इंजीनियर्स के साथ मिलवाना तथा उन्हें पुराने अनुभवों का लाभ मिले। इसके साथ ही पुराने इंजीनियर्स नई टेक्नोलॉजी से रूबरू हो। उन्होंने सभी इंजीनियर्स को इस एसोसिएशन से जुड़ने की आह्वान किया है।
चुनिंदा रचनाओं का होगा प्रकाशन
संस्थापक सदस्य सुरेंद्र पोरवाल व रामस्वरूप कालानी ने बताया कि कोई भी इंजीनियर अगर अपनी कोई रचना स्मारिका में प्रकाशित करना चाहता है तो 09 सितंबर शाम 5 बजे के पूर्व स्मारिका प्रकाशन चेयरमैन इंजीनियर रवि बोथरा के मोबाइल नंबर 9425103278 पर अपनी रचना व्हाट्स एप पर भेजे। चुनिंदा लेख को स्मारिका में प्रकाशित किया जाएगा।
भारत रत्ना विश्वेश्वरैया जी ने दिया देश को एक नया रूप
श्री बोथरा ने बताया कि भारत में हर साल 15 सितंबर को अभियंता दिवस (इंजीनियर्स डे) के रूप में मनाया जाता है। वह भारत के महान इंजीनियरों में से एक थे। उन्होंने ही आधुनिक भारत की रचना की और देश को एक नया रूप दिया। उन्होंने इंजीनियरिंग के क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया है, जिसे शायद ही कोई भुला पाए। देशभर में बने कई नदियों के बांध और पुल को कामयाब बनाने के पीछे विश्वेश्वरैया का बहुत बड़ा हाथ है। उन्हीं की वजह से देश में पानी की समस्या दूर हुई थी।