टोक्यो पैरालिंपिक का रंगारंगआतिशबाजी के साथ समापन, अवनि लेखरा ने तिरंगा लेकर की दल की अगुवाई, 19 मैडल जीते खिलाड़ियों ने
🔲 टोक्यो पैरालंपिक में अवनि ने लिखी कामयाबी की नई इबारत
🔲 एक ही पैरालंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं
🔲 अंतिम दिन भारत ने जीते दो पदक
हरमुद्दा
रविवार, 5 सितंबर। रविवार को रंगारंग कार्यक्रम के साथ टोक्यो पैरालिंपिक का समापन हुआ। अंतिम दिन भारत ने 2 पदक जीते। 24 अगस्त से शुरू हुए इन पैरालिंपिक के समापन समारोह के दौरान भारतीय दल की अगुआई अवनि लेखरा ने की, जो ध्वजवाहक बनकर हाथ में तिरंगा लेकर नजर आईं। उनके साथ भारतीय दल के 11 और सदस्य मौजूद थे। सबसे पहले जापान के एक पैरालिंपिक और ओलिंपिक के एक-एक पदक विजेता समेत छह लोग जापान के झंड़े को स्टेडियम में लेकर आए। दुनिया भर से आए खिलाड़ियों ने समापन समारोह में हिस्सा लिया, जिसका अंत आतिशबाजी से हुआ।खेलों के इस महाकुंभ में भारत पांच गोल्ड, आठ सिल्वर और छह ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए।
अंतिम दिन भारत ने दो पदक जीते और ये दोनों पदक बैडमिंटन की दो अलग-अलग स्पर्धाओं में आए। भारत को दिन का पहला पदक गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी (डीएम) सुहास एल यतिराज ने रजत पदक के रूप में दिलाया तो कृष्णा नागर ने स्वर्ण पदक जीतकर टूर्नामेंट में भारत के सुखद अभियान का स्वर्णिम समापन किया। कर्नाटक के 38 वर्षीय सुहास एल यतिराज पुरुष सिंगल्स के फाइनल में शीर्ष वरीय फ्रांस के लुकास माजूर से करीबी मुकाबले में हार गए। उन्हें दो बार के विश्व चैंपियन माजूर से 62 मिनट तक चले फाइनल में 21-15, 17-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। इस रजत पदक के साथ सुहास पैरालिंपिक में पदक जीतने वाले पहले आइएएस अधिकारी भी बन गए हैं।
कृष्णा ने बैडमिंटन में दिलाया दूसरा स्वर्ण :
दूसरी वरीय कृष्णा नागर ने पुरुष सिंगल्स की एक अन्य स्पर्धा के फाइनल में रोमांचक जीत दर्ज की। जयपुर के 22 साल के कृष्णा ने हांगकांग के चू मैन काई को तीन गेम तक चले रोमांचक फाइनल में 21-17, 16-21, 21-17 से हराया। यह मौजूदा टूर्नामेंट में बैडमिंटन में भारत का दूसरा स्वर्ण पदक है। कृष्णा से पहले प्रमोद भगत ने शनिवार को बैडमिंटन में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था।
19 पदक भारत की झोली में
टोक्यो पैरालिंपिक 2020 में भारत के पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक शामिल थे। कुल मिलाकर 19 पदक दर्ज करने के बाद, भारतीय पैरालंपिक टीम ने 2016 पैरालिंपिक में अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ चार पदकों को पार किया। लेखरा ने भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल, शटलर प्रमोद भगत, कृष्णा नगर और निशानेबाज मनीष नरवाल के साथ स्वर्ण भी जीता।
22 खेलों की 540 स्पर्धाओं में हुए खिलाड़ी शामिल
बता दें कि 24 अगस्त से पांच सितंबर तक चलने वाले पैरालंपिक खेलों के दौरान 163 देशों के लगभग 4500 खिलाड़ी 22 खेलों की 540 स्पर्धाओं में हिस्सा लिया था।