कोरोना का साया : देशभर में गणेश उत्सव की धूम, राष्ट्रपति प्रधानमंत्री ने दी शुभकामनाएं
हरमुद्दा
शुक्रवार, 10 सितंबर। कोरोना के साए में गणेश चतुर्थी का पर्व देश में बहुत ही उत्साह और हर्षोउल्लास के साथ मनाया जा रहा है। खासकर महाराष्ट्र में इस त्योहार की धूम देखते ही बनती है, लेकिन कोरोना महामारी के कारण पिछले साल इस पर्व की रौनक फीकी रही थी और इस साल भी कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के चलते कई तरह की पाबंदियों के साथ यह त्योहार मनाया जाएगा। गणेश चतुर्थी के मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं।
कोविड के विरुद्ध किए जा रहे हमारे प्रयासों को विघ्नहर्ता गणेश सफल बनाएं- राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट किया, ‘’गणपति बाप्पा मोरया! गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। ज्ञान, समृद्धि, अच्छे भविष्य के प्रतीक भगवान गणेश के जन्म के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले इस त्योहार में भरपूर उत्साह व उल्लास देखने को मिलता है। इस साल गणेश चतुर्थी के अवसर पर, आइए हम सब मिलकर विघ्नहर्ता भगवान गणेश से प्रार्थना करें कि कोविड-19 महामारी के खिलाफ किए जा रहे हमारे प्रयासों को सफल बनाएं और हम सभी को सुख-शांति प्रदान करें। आइए हम कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करते हुए उत्साह और सद्भाव के वातावरण में इस त्योहार को मनाते हैं।”
यह पावन अवसर हर किसी के जीवन में सुख, शांति, सौभाग्य और आरोग्य लेकर आए : पीएम मोदी
वहीं, पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ”आप सभी को गणेश चतुर्थी की मंगलकामनाएं। यह पावन अवसर हर किसी के जीवन में सुख, शांति, सौभाग्य और आरोग्य लेकर आए. गणपति बाप्पा मोरया!’’
कोविड-19 के चलते छोटे स्तर पर उत्सव को मनाने की जरूरत : उपराष्ट्रपति
उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि “मैं ‘गणेश चतुर्थी’ के पावन अवसर पर देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। गणेश चतुर्थी भगवान गणेश, जो बुद्धिमत्ता, समृद्धि और सौभाग्य के प्रतीक के रूप में पूजे जाते हैं, उनके जन्म का प्रतीक है। भारत में हमारे मार्ग में आने वाली बाधाओं को दूर करने के लिए भगवान गणेश के नाम का आह्वान करना एक आम परम्परा है।
प्रत्येक वर्ष लोग भगवान गणेश की भव्य मूर्तियों को अपने घरों में लाते हैं और अत्यंत भक्ति भाव और पवित्रता के साथ उनकी पूजा करते हैं। 10 दिनों तक चलने वाले इस पर्व के दौरान भक्ति, विशाल जनसभाएं, शोभा यात्राएं देखने को मिलती हैं और इस पर्व का अंत 10वें दिन मूर्तियों के विसर्जन के साथ होता है। गणेश चतुर्थी जन्म, जीवन और मृत्यु के चक्र का भी प्रतीक है। यह मान्यता है कि विसर्जन भगवान गणेश के कैलाश वापस लौटने का प्रतीक है।
यद्यपि, यह त्योहार सामान्यत: अत्यधिक परम्परागत उत्साह के साथ देशभर में मनाया जाता है, परंतु विश्वव्यापी महामारी के चलते इस वर्ष सचेत रहकर कोविड – अनुकूल व्यवहार के सख्त अनुपालन के साथ छोटे स्तर पर मनाए जाने की आवश्यकता है। मैं कामना करता हूं कि यह त्योहार देश में शांति, सौहार्द और समृद्धि लाए।”
गणेश उत्सव पर कोरोना का साया
बता दें कि देशभर में आज से गणेश चतुर्थी का त्यौहार मनाया जा रहा है। भाद्रपद में शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को भगवान गणपति का जन्मोत्सव मनाया जाता है। महाराष्ट्र समेत पूरे देश में गणपति मोरया की पूजा धूमधाम से मनाई जा रही है। गणेश चतुर्थी का उत्सव 10 दिनों तक चलता है जो चतुर्थी को शुरू होकर अनंत चतुर्दशी के दिन संपन्न होता है। हालांकि कोरोना संकट के चलते इस साल गणेश उत्सव अलग रूप में मनाया जाएगा।