सूरज के तेवर हुए तेज, तापमान 41 पर, मौसम विभाग द्वारा लू की आशंका

हरमुद्दा
रतलाम, 22 अप्रैल। कुछ दिन की राहत के बाद सोमवार को सूरज के तेवर तेज हो गए। दिन में लोग परेशान नजर आए। सोमवार को अधिकतम तापमान 41 व न्यूनतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने लू चलने की संभावना व्यक्त की है।
पिछले सप्ताह हुई बारिश के बाद आमजन को गर्मी से राहत मिली थी, रात भी आराम से बीत रही थी।
डॉ. अभय ओहरी ने बताया कि गर्मी के मौसम में वातावरण में अधिक तापमान के बदलाव से लू लगने की सम्भावना होती है। इसके साथ-साथ खाद्य व पेय पदार्थो के दूषित होने की संभावनाए भी बढ जाती है।
आमजन धूप व गर्मी से बचे। घर के अन्दर हवादार, ठंडे स्थान पर रहे। यदि बाहर कार्य करना अतिआवश्‍यक हो तो बाहरी गतिविधिया सुबह व शाम के समय में ही करें।
धूप में जाने से पहले यह करें
वैद्य रत्नदीप निगम ने बताया कि अत्यधिक शारीरिक श्रम वाली गतिविधिया दिन के अधिकतम तापमान वाले घंटो में न करें। सफेद व हल्के रंग के पतले वस्त्रों का उपयोग करें, सिर को कपड़े या टोपी से ढके। जूते चप्पल तथा नजर के काले चश्‍में (गॉगल) का प्रयोग करें। धूप में जाने से पहले भोजन व पर्याप्त पानी लें। अधिक से अधिक पेय पदार्थों (नॉन अल्कोहॉलिक) निंबू, पानी, लस्सी, छॉछ, जलजीरा, आम पना, दही नारियल पानी आदि का सेवन करें। ताजे एवं स्वच्छ भोजन का सेवन करें।
यह न करें
डॉ. सुधा राजावत ने बताया कि शिशुओं तथा बच्चों, 65 वर्ष से अधिक आयु के महिला पुरुषों घर के बाहर काम करने वाले, मानसिक रोगियों तथा उच्च रक्तचाप वाले मरीजों का विशेष ध्यान रखें। बंद गाडी के अंदर का तापमान बाहर से अधिक होता है। अतः कभी भी किसी को बंद पार्किंग में रख गाड़ी में अकेला न छोड़े बहुत अधिक भीड़, गर्म घुटन भरे कमरों, रेल, बस आदि की यात्रा गर्मी के मौसम में अत्यावश्‍क होने पर ही करें।
लू लगने पर ये करें उपाय
डॉ. ओहरी ने बताया कि यदि किसी व्यक्ति को लू लगने का संदेह होता है, तो उसे ठंडे स्थान पर रखे। पानी, छाछ व अन्य तरल पदार्थों को पर्याप्त मात्रा में लें। ठंडे गीले कपड़े से शरीर पोछे या ठंडे पानी से नहलाए। शरीर का तापमान कम करने के लिए कुलर पंखे आदि का प्रयोंग करे। गर्दन, पेट एवं सर पर बार- बार गीला तथा ठंडा कपड़ा रखें। व्यक्ति को ओआरएस, निंबु पानी, नमक, चीनी का घोल, छाछ या शर्बत पीने को दे। जिससे शरीर में जल की मात्रा बडी रहे। यदि आराम न लगे तो तुरंत निकट के शासकीय निजी चिकित्सालय में उपचार कराए।

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