जिला स्तरीय ऑनलाइन क्लास से जुड़े 32 स्कूल, 800 बच्चो ने की पढ़ाई

 उदासीनता के चलते कई शिक्षक विहीन या जरूरत वाली शालाओ में ये बन्द

हरमुद्दा
रतलाम, 4 अक्टूबर। जिला स्तरीय ऑनलाइन क्लास सोमवार से फिर शुरू हुई। इससे 32 स्कूल जुड़े और, 800 बच्चो ने की पढ़ाई की। ऑनलाइन क्लास तथा विशेष अध्यापन के लिए जिले के लगभग सभी हायर सेकंडरी और हाई स्कूल में एल ई डी लगवाए गए है। परंतु उदासीनता के चलते कई शिक्षक विहीन या जरूरत वाली शालाओ में ये बन्द पड़ी है।

ऑनलाइन अध्यापन कराते हुए शिक्षक राठौर

सोमवार को जिले में त्रैमासिक परीक्षा के बाद जिला स्तरीय ऑनलाइन क्लास फिर से शुरू हुई। पहले दिन विषय विशेषज्ञ गजेंद्र सिंह राठौर ने 10 वीं विज्ञान विषय का अध्यापन करवाया। शिक्षा में तकनीक का उपयोग करते हुए इस कक्षा में पावर पॉइंट और एनीमेशन के जरिये विद्यार्थियों को प्रकाश के अपवर्तन और उससे जुड़े कांसेप्ट सिखाये गए।

वहां पर हो रही है अनवरत पढ़ाई ऑनलाइन

सहायक संचालक लक्ष्मण देवड़ा ने बताया कि ऑनलाइन कक्षाओं के माध्यम से उन स्कूल की पढ़ाई को अनवरत किया जा रहा है जहां या तो विषय शिक्षक नहीं है या अतिथि शिक्षक है।साथ ही अन्य शालाओ को भी रेमेडियल टीचिंग के रूप में कक्षाओं से जुड़ने हेतु प्रेरित किया जा रहा है।

घर से भी छात्र व्यक्तिगत रूप से जुड़े

ऑनलाइन कक्षा के समन्वयक जितेंद्र जोशी के अनुसार आज की क्लास से 32 स्कूल के 800 के लगभग विद्यार्थी संस्थागत तथा कुछ छात्र घर से व्यक्तिगत रूप से भी कक्षा से जुड़े।

उन्हें जुड़ना है अनिवार्य रूप से

जिला शिक्षा अधिकारी के सी शर्मा के अनुसार इन कक्षाओं के दौरान वीडियो कॉलिंग के माध्यम से विषय शिक्षक विहीन या अतिथि शिक्षक वाली शालाओ में में एल ई डी से पढाई हो रही है। इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी।जहाँ भी विषय शिक्षक नही है या सम्बन्धित विषय के अतिथि शिक्षक है उन्हें कक्षाओं से अनिवार्यतः जुड़ना है।इस संबंध में कार्य योजना बनाई गई है।

अधिकांश विद्यालयों में लगी हुई है एल ई डी

ऑनलाइन क्लास तथा विशेष अध्यापन हेतु जिले के लगभग सभी हायर सेकंडरी और हाई स्कूल में एल ई डी लगवाए गए है। परंतु मुद्दे की बात यह है कि उदासीनता के चलते कई शिक्षक विहीन या जरूरत वाली शालाओ में ये बन्द पड़ी है वही कुछ जागरूक संस्था प्रधान व शिक्षक इनका उपयोग नियमित शिक्षण के बाद 10 वी बोर्ड की तैयारी में रेमेडियल टीचिंग में भी कर रहे है।

सकारात्मक पक्ष

कई अन्य जगहों के अलावा आलोट के रिछा, मोरिया, लूनी, कसारी, भीम, बरखेड़ा कला आदि दूरस्थ अंचलों में ऑनलाइन कक्षा में नियमित रूप से बच्चे पढ़ रहे है जहां नियमित शिक्षक नहीं है।

ये है विषय विशेषज्ञ

रमसा कार्यालय से रतलाम से जारी इन ऑनलाइन कक्षाओं में अंग्रेजी में प्रमोद भट्ट, संजय श्रीवास्तव, गणित में आर एन केरावत, राजीव पंडित, विज्ञान में संध्या वोरा, गजेंद्र सिंह राठौर, सामाजिक विज्ञान में आर सी मईड़ा, कमल सिंह राठौर और मधु भदौरिया अध्यापन कर रहे है। कक्षा संचालन और समन्वय का दायित्व जितेंद्र जोशी, गजेंद्र सिंह राठौर, आर सी मईड़ा और रोहित शर्मा देख रहे है।

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