नवपद आयंबिल ओलीजी तपाराधना में 65 से भी अधिक आराधकों ने किया ऐसा कठोर तप

 अंतिम दिवस एक श्राविका ने केवल 9 परमल ग्रहण कर किया आयंबिल

 समारोह आयोजित कर ट्रस्ट बोर्ड ने किया आयंबिल आराधकों का बहुमान

हरमुद्दा
रतलाम, 21 अक्टूबर। नौ दिवसीय एक वरण (पदार्थ) की नवपद आयंबिल ओलीजी तपाराधना आयोजन पूर्ण हुआ। इस तप आराधना में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी देश ही नहीं अपितु विदेशों में भी बड़ी संख्या में आराधकों ने शामिल होकर आराधना करने का लाभ लिया।

गौरतलब बात यह हैं कि रसेंद्रिय पर नियंत्रण करने वाला ही यह तप आराधना कर सकता हैं। रतलाम शहर में इस आराधना पर्व पर श्रीवर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ ट्रस्ट बोर्ड के तत्वावधान में आयंबिल शाला धनजी भाई के नोहरे में आयोजित ओलीजी आराधना पर्व के अंतर्गत 65 से भी अधिक आराधकों ने ओलीजी की आराधना की। इसमें एक श्राविका मोनिका बंबोरी ने पर्व के नौवें दिन केवल 9 परमल ग्रहण कर आयंबिल किया। जो अनुकरणीय, अनुमोदनीय, साधुवाद योग्य हैं। इसी तरह 6 श्राविका क्रमशः सपना पिरोदिया, कविता पितलिया, प्रमिला छाजेड़, शारदा गोधा, मनोरमा तरसिंग, पुष्पा पगारिया ने पूरे नौ दिनों तक केवल उड़द से निर्मित खाद्य सामग्री ग्रहण कर आयंबिल कर अनुमोदना नीय तप किया। यह आराधना नौ दिनों तक चली। इस ‘वरण’ की आराधना में पहले दिन चांवल, दूसरे दिन गेहूं, तीसरे दिन चना, चौथे दिन मूंग, पांचवे दिन उड़द एवं शेष चार दिन चांवल से अर्थात प्रतिदिन निर्धारित केवल एक ही अन्न से निर्मित (घी, तेल, दूध, दही, शकर, नमक, मिर्च, मसाला आदि रहित) मात्र उबला व सीका भोजन एक ही बैठक पर ग्रहण किया। 

आयंबिल करवाने का लिया लाभ

श्रीवर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ ट्रस्ट बोर्ड आयंबिल शाला धनजी भई का नोहरे के तत्वावधान में आयोजित इस आयंबिल आराधना को करवाने का लाभ अपने माता पिता प्रेमकांता – वर्धमान खेमेसरा की स्मृति में अजय जैन खेमेसरा परिवार (श्रीनागेश्वर तीर्थ राज.) ने लिया।

सराहनीय सेवा ने जीत लिया मन

आयंबिल भोजन व्यवस्था में बबीता चौपड़ा व सहयोगी सुभाष श्रीश्रीमाल का सराहनीय सहयोग रहा। वहीं इस पर्व पर पूरे नौ दिनों तक अमूल्य समय निकालकर प्रकाशचंद्र नांदेचा, बाबूलाल धम्माणी, निर्मल गोखरू, शांतिलाल मूणत, ललित मूणत, संजय चपड़ोद, लोकेश मेहता, विनोद बाफना, प्रतिभा मूणत, सीमा मूणत, समता चौरड़िया, पूजा तलेरा, प्रीति जैन, सुनीता मूणत, बालिका मंडल अध्यक्ष ईषिता मूणत, मंत्री ईषिता चौपड़ा आदि की विशेष सेवा सराहनीय एवं अनुकरणीय रही। जिनकी ट्रस्ट बोर्ड एवं संघ ने खूब प्रशंसा कर साधुवाद दिया। आयंबिल आराधकों को प्रतिदिन प्रभावना वितरित की गई।

तपाराधकों का किया बहुमान

श्रीवर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ ट्रस्ट बोर्ड आयंबिल शाला धनजी भई का नोहरे में आयोजित समारोह के दौरान आयंबिल ओलीजी तप आराधक गण नवकार महामंत्र का सामूहिक जाप हुए।

अंतिम दिवस ट्रस्ट बोर्ड की ओर से अध्यक्ष इंदरमल मांडोत, सचिव महेंद्र चाणोंदिया, संचालकगण प्रकाश मूणत, बाबूलाल सेठिया, कांतिलाल छाजेड़, आजाद मेहता, विनोद भंडारी के विशेष आतिथ्य एवं सानिध्य में तप आराधकों का बहुमान समारोह आयोजित किया गया। सर्व प्रथम नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप कर स्तवन की प्रस्तुति हुई। इस अवसर पर ट्रस्ट बोर्ड की ओर से आराधकों के तप की अनुमोदना एवं बहुमान कर भेंट दी गई।

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