उज्जैन-फतेहाबाद रेलवे ट्रैक का काम पूरा : छुकछुक की जगह अब दौड़ेंगी सुपरफास्ट ट्रेनें , 7 साल बाद चलेगी ट्रेन
245 करोड़ में बनकर तैयार हुआ 23 किलोमीटर लंबा ट्रैक
हरमुद्दा
उज्जैन, 22 अक्टूबर। उज्जैन से फतेहाबाद के बीच आजादी के पहले से चली आ रही छुकछुक की जगह अब सुपरफास्ट ट्रेनें दौड़ेंगी। 7 साल पहले बंद हो चुकी उज्जैन से फतेहाबाद रेल लाइन का काम पूरा हो गया है। सांसद अनिल फिरोजिया और रतलाम रेल मंडल के डीआरएम विनीत गुप्ता ने शुक्रवार को ट्रैक का निरीक्षण किया।
शुक्रवार को रतलाम रेल मंडल के डीआरएम व उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया ने ट्रेन में बैठकर निरीक्षण किया। जल्द ही रेल मंत्री इस नए ट्रैक का उद्घाटन करने उज्जैन आएंगे।
नए ट्रैक पर दौड़ती नजर आएगी ब्रॉड गेज ट्रेन
जल्द ही उज्जैन से फतेहाबाद के बीच बने नए रेलवे ट्रैक पर ब्रॉडगेज ट्रेन दौड़ती नजर आएगी। इस ट्रैक से इंदौर-उज्जैन के बीच की दूरी और कम हो जाएगी। सांसद अनिल फिरोजिया और रतलाम रेल मंडल के डीआरएम विनीत गुप्ता ने शुक्रवार को ट्रैक का निरीक्षण किया। इस दौरान पश्चिम रेलवे के डीसीएम एसके मीणा, सीईओ अंकित गुप्ता, डीओएम पीके तिवारी, डीईई कल्पना मीणा समेत कई रेलवे के अधिकारी मौजूद थे।
उज्जैन-इंदौर के बीच चलाएंगे मेमू ट्रेन
रेलवे द्वारा ट्रैक की जांच कर ली गई है। रेलवे अफसरों के साथ ट्रैक का निरीक्षण किया है। मैंने यह भी देखा कि इस ट्रैक की वजह से कितने गांव लाभान्वित होंगे। हमने इंदौर से उज्जैन के बीच मेमू ट्रेन चलाने के लिए 4 फेरों की स्वीकृति मांगी है, लेकिन रेल मंत्रालय ने फिलहाल दो ही फेरों की स्वीकृति मिली है।
अनिल फिरोजिया, सांसद, उज्जैन
हर सुझाव पर किया है काम
हमें जो भी सुझाव सांसद और मप्र सरकार की ओर से मिले थे, हमने उन पर काम किया है। रेल मंत्री जल्द ही इस ट्रैक का शुभारंभ करेंगे। रेल मंत्री आने के पहले बाकी रहे काम भी पूरे कर लिए जाएंगे।
विनीत गुप्ता, डीआरएम, रतलाम रेल मंडल
कुछ खास बातें ट्रैक की
ट्रैक के बीच में 3 बड़े पुल और 26 पुलियाएं बनाईं
मार्च 2013 में रेलवे ने इस ट्रैक को बंद करने की घोषणा की।
23 फरवरी 2014 को आखिरी मीटरगेज ट्रेन चली।
2017-18 के बजट में नए ट्रेक के लिये 104 करोड़ रुपए मंजूर किए।
2018 में बजट बढ़कर 245 करोड़ किया
22.96 किलोमीटर लंबा है ट्रैक।
4.948 हे. भूमि अधिगृहीत की गई
3 पुल, 26 पुलियाओं का निर्माण।
10 करोड़ से चिंतामन स्टेशन व लेकोड़ा फ्लैग स्टेशन का निर्माण।