ऐसा होगा वहां : दर्शन करने वाली माता बहनों को मां कामाख्या का सिंदूर, सिक्का और चुनर प्रसाद के रूप में करेंगे भेंट
🔲 करवा चौथ पर खुलेंगे करवा चौथ माता मंदिर के पट
🔲 चौथ के दिन करवा चौथ माता तीन रूपों में देती है दर्शन
हरमुद्दा
उज्जैन, 23 अक्टूबर। करवा चौथ के दिन करवा चौथ माता मंदिर के पट खुलेंगे। 24 अक्टूबर को सुबह 8 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक दर्शन करने वाली माता बहनों को मां कामाख्या का सिंदूर, सिक्का और कपड़ा प्रसाद के रूप में भेट किया जाएगा।
समाजसेवी डॉक्टर केसी नागवंशी ने हरमुद्दा को बताया कि करवा चौथ के दिन करवा चौथ माता तीन रूपों में दर्शन देती हैं। सुबह बाल रूप, दोपहर में किशोर रूप और शाम को वृद्ध रूप दिखाई देता है। इस मंदिर के पट प्रतिवर्ष करवा चौथ के दिन खुलते हैं । यह मंदिर शिप्रा नदी के किनारे जीवनखेड़ी के पीछे बना हुआ है ।बाईपास के समीप पुल के पास से होकर मंदिर तक रास्ता बना हुआ है। यहां पर मां संतोषी शुभ लाभ की मूर्तियां भी विराजित की गई है। प्रतिवर्ष करवा चौथ के दिन बड़ी संख्या में दर्शन करने के लिए श्रद्धालु जन यहां पहुंचते हैं पिछले 15 वर्षों से करवा चौथ के दिन माता कामाख्या का सिंदूर, सिक्का और कपड़ा भेंट किए जाने का क्रम चल रहा है।
असम से लेकर आते हैं सभी सामग्री, अब मंगवाते हैं कोरियर से
डॉक्टर नागवंशी ने बताया कि वह प्रतिवर्ष असम जाकर मां कामाख्या का सिंदूर और सिक्के लेकर आते हैं लेकिन इस वर्ष कोरोना संक्रमण को देखते हुए पार्सल के माध्यम से मंगवाया गया है ।