95 गांव में डेंगू का प्रकोप : जांच के लिए आमजन परेशान, जिम्मेदार बने हुए हैं अनजान
🔲 डेंगू की जांच शासकीय अस्पतालों में हो, शीघ्र मिले रिपोर्ट
🔲 तेज बुखार, खांसी सर्दी आदि के सैकड़ों मरीज आ रहे प्रतिदिन अस्पताल
हरमुद्दा के लिए पुरुषोत्तम पांचाल
रावटी/रतलाम, 28 अक्टूबर। रावटी तहसील के 95 गांव में डेंगू का प्रकोप होने से कई मरीज परेशान है। अस्पताल में प्रतिदिन तेज बुखार खांसी सर्दी आदि के सैकड़ों मरीज आ रहे हैं। इस तहसील में मात्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है और लैब भी संचालित है परंतु डेंगू की जांच यहां नहीं हो रही है। डेंगू जांच के लिए रतलाम के शासकीय अस्पताल में जाना पड़ रहा है। इस मामले में जिम्मेदार अंजान बने हुए हैं।
जनहित में कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम एवं मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रभाकर ननावरे को एक आवेदन देकर डेंगू जांच के लिए दिया गया है। आवेदन में बताया गया कि जांच के लिए रावटी क्षेत्र के गरीबी की रेखा के नीचे रहने वाले परिवार रतलाम नहीं जा पाते हैं। इसलिए रावटी के शासकीय अस्पताल में यह सुविधाएं होना नितांत आवश्यक है। क्षेत्र में निजी अस्पताल और घर पर इलाज कराने वाले 300 से 400 के करीब प्रतिदिन मरीजों की संख्या रहती है। कई मरीज पॉजिटिव रिपोर्ट भी रहती है अगर रतलाम में निजी पैथोलॉजी पर इसकी जांच के लिए 500 से 700 रुपए लिए जा रहे हैं। दुर्भाग्य जनक है कि कोरोना में भी जांच के लिए मरीजों को मनमानी का शिकार होना पड़ा था।
जिम्मेदारों को देना चाहिए ध्यान
कलेक्टर व सीएमएचओ को चाहिए कि रावटी के अस्पतालों में भी डेंगू की जांच की सुविधाएं करनी चाहिए। ज्ञात रहे कि रावटी में भी अनु श्री पैथोलॉजी लेब में भी 750 लिए जा रहे हैं।