नवनिर्मित अग्रसेन वाटिका में प्रतिमाओं का प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव शुरू
चार दिवसीय महोत्सव में होंगे विविध आयोजन
भक्ति संगीत, सामाजिक व सांस्कृतिक आयोजन भी होंगे
हरमुद्दा
रतलाम, 12 नवंबर। अग्रवाल समाज महासभा द्वारा नवनिर्मित अग्रसेन वाटिका में प्रतिमाओं का प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव शुक्रवार से शुरू हुआ। चार दिवसीय उत्सव में विविध आयोजन होंगे। सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धार्मिक कार्यक्रम किए जाएंगे। प्राण प्रतिष्ठा देवउठनी एकादशी 15 नवंबर को होगी।
रतलाम बाजना मार्ग पर समता शिक्षा निकेतन के पास अग्रवाल समाज महासभा द्वारा करीब 2 बीघा क्षेत्र में तैयार की गई अग्रसेन वाटिका में प्रतिमाओं का प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव आचार्य दुर्गाशंकर ओझा के नेतृत्व में कोरोना प्रोटोकॉल के तहत शुक्रवारवार से शुरू हुआ। मुख्य यजमान के सुपुत्र ऋषि एवं रीना अग्रवाल ने पूजन अर्चन किया।
इन प्रतिमाओं की होगी प्राण प्रतिष्ठा
अग्रसेन वाटिका में बनाए गए मंदिर परिसर में अग्रसेन जी महाराज, अग्रवाल समाज की कुलदेवी श्रीमहालक्ष्मी जी, श्री गणेश जी, दादी जी रानीसती जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा समारोह पूर्वक धार्मिक एवं वैदिक मंत्रोच्चार के साथ की जाएगी।
उत्सव के दूसरे दिन 13 नवंबर को प्रतिमाओं का धान्याधिवास होगा वहीं 14 नवंबर को जलाधिवास किया जाएगा। तत्पश्चात 15 नवंबर को दोपहर 12 बजे बाद प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा होगी। आचार्य ओझा के साथ पंडित महेश ओझा, पंडित शैलेंद्र ओझा, पंडित मनीष ओझा, मयूर व्यास व प्रवीण शर्मा मंत्रोचार कर रहे हैं।
शुक्रवार रात्रि होगा कवि सम्मेलन
2 बीघा क्षेत्र में बनाई गई अग्रसेन वाटिका में मांगलिक आयोजन भी यह जा सकेंगे। सुविधा के लिए आधुनिक साज सज्जा एवं सुविधाजनक दो बड़े हाल और 27 कमरे बनवाए गए हैं। वहीं सर्व सुविधाजनक रसोई घर की है। उत्सव के तहत ही 12 नवंबर को रात्रि 8:00 बजे कवि सम्मेलन का आयोजन होगा। वही 13 नवंबर को दोपहर में दादी जी रानी सतीजी का पाठ किया जाएगा। 14 नवंबर को शाम 4 बजे खाटू श्याम भजन संध्या का आयोजन भी होगा