68 वां महारुद्र यज्ञ 24 दिसंबर से : आम जन को तन, मन, धन से जोड़ने का करेंगे प्रयत्न, यजमान से ली जाने वाली राशि में हुई बढ़ोतरी
🔲 श्री सनातन धर्म सभा एवं महारुद्र यज्ञ समिति की हुई बैठक में लिए निर्णय
🔲 23 दिसंबर को चौमुखा महादेव मंदिर में होगा अभिषेक
🔲 24 दिसंबर को हेमाद्री स्नान के पश्चात अग्नि प्रवेश के साथ महारुद्र यज्ञ की होगी शुरुआत
🔲 मेले के आयोजन को लेकर समिति का का प्रतिनिधिमंडल मिलेगा कलेक्टर से
हरमुद्दा
रतलाम, 12 दिसंबर। त्रिवेणी के पावन तट पर 68 वां महारुद्र यज्ञ 24 दिसंबर से प्रारंभ होगा। पूर्णाहुति 3 जनवरी को होगी। श्री सनातन धर्म सभा एवं महारुद्र यज्ञ समिति की बैठक में मुख्य यजमान बनने की अभिलाषा रखने वाले धर्मालु से बढ़ी हुई राशि ली जाएगी। समिति सदस्यों को प्रेरित किया कि वह आम जन को तन-मन धन से जोड़ने के लिए प्रयत्न करें। त्रिवेणी तट पर मेले के आयोजन को लेकर प्रतिनिधिमंडल सोमवार को कलेक्टर से मिलेगा। यज्ञ के दौरान त्रिवेणी तट पर प्रतिदिन विभिन्न आयोजन होंगे।
श्री सनातन धर्म सभा एवं महारुद्र यज्ञ समिति के सचिव नवनीत सोनी ने हरमुद्दा को बताया कि समिति की बैठक अध्यक्ष कन्हैयालाल मौर्य की अध्यक्षता में रविवार को दोपहर में त्रिवेणी तट पर हुई। श्री सोनी ने बताया कि 68 में महारुद्र यज्ञ को लेकर समिति द्वारा कई निर्णय लिए गए। परिसर की साफ-सफाई के अलावा यज्ञशाला का रंग रोगन किया जाएगा। उसके अलावा 69 वे महारुद्र यज्ञ में मुख्य यजमान से सहयोग राशि 15000 की बजाय अब ₹21000 ली जाएगी। इसके साथ ही मुख्य यजमान बनने की अभिलाषा रखने वाले धर्मालुओं की ₹100 की रसीद काटी जाती थी, अब शुल्क बढ़ाकर ₹500 कर दिया गया है।
अभिषेक के बाद होगी यज्ञ की शुरुआत
श्री सनातन धर्म सभा एवं महारुद्र यज्ञ समिति के तत्वावधान में त्रिवेणी के पावन तट पर 68 वां महारुद्र यज्ञ 24 दिसंबर से प्रारंभ होगा, पूर्णाहुति 3 जनवरी 2022 को होगी। त्रिवेणी तट पर प्रतिदिन विभिन्न आयोजन होंगे। आयोजन के तहत शुरुआत में 23 दिसंबर प्रातः 9 अगर जी का मंदिर में चौमुखा महादेव का अभिषेक किया जाएगा। पश्चात प्रातः 11 हेमाद्रि स्नान त्रिवेणी के पावन तट पर किया होगा। 24 दिसंबर शुक्रवार प्रातः 11: 30 बजे ध्वजारोहण पश्चात अग्नि प्रवेश कर यज्ञ का शुभारंभ संतों के सान्निध्य में होगा।
1 जनवरी 2022 को निकलेगी रथ यात्रा
1 जनवरी 2022 शनिवार दोपहर 3 बजे त्रिवेणी के पावन तट से रथ यात्रा निकाली जाएगी। 2 जनवरी 2022 रविवार अमावस्या के पावन अवसर पर माता एवं बहनों के लिए गंगाजल का आयोजन दोपहर 2 बजे किया होगा। गंगाजल के पश्चात आगामी 69 वे महारुद्र यज्ञ के यजमान के लिए ड्रा निकाला जाएगा। 3 जनवरी 2022 सोमवार दोपहर 3 बजे 68 वे महारुद्र यज्ञ की पूर्णाहुति की जाएगी। प्रतिदिन संध्या आरती 5 बजे की जाएगी। पश्चात विभिन्न धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। विशेष प्रतिदिन प्रातः 11 बजे परम पूज्य डोंगरे जी महाराज द्वारा स्थापित अन्न क्षेत्र पर भोजन कराया जाएगा।
यह थे मौजूद
बैठक में यज्ञआचार्य पंडित दुर्गाशंकर ओझा, पंडित रामचंद्र शर्मा, प्रेम उपाध्याय, रमेश व्यास, नवनीत सोनी, मनोज शर्मा, बृजेंद्रनंदन मेहता, अनिल झालानी, बजरंग पुरोहित, नरेंद्र जोशी गुल्लू, बंसीलाल शर्मा, सत्यदीप भट्ट, अशोक देवड़ा, राजा राठौड़, सूरजमल टाक, बद्रीलाल पाटीदार, कपूर सोनी, सत्यनारायण पालीवाल, बालूलाल त्रिपाठी, चेतन शर्मा, ताराबेन सोनी राखी व्यास, महिला मंडल अध्यक्ष हंसा व्यास, सावित्री सोनी, निर्मला सोनी, आशारानी उपाध्याय, प्रेमलता देवड़ा, माया सोनी, जया सोनी, वंदना पोरवाल आदि मौजूद थे।
फोटो : हेमेंद्र उपाध्याय