मामला जल वितरण शुरू नहीं करने का : शिकायत सुनने के बाद मुख्यमंत्री हो गए नाराज, तब हुआ आमजन का काज, लापरवाही पर गिरी आयुक्त की गाज

🔲 जल प्रदाय विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की एक-एक वेतन वृद्धि रोकी

हरमुद्दा
रतलाम, 13 दिसंबर। नगर निगम को हस्तान्तरित कॉलोनियों में बल्क कनेक्शन देने की स्वीकृति के बाद भी पेयजल वितरण नहीं किया गया। लोगों ने इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की तो वे नाराज हुए। इसके बाद जल प्रदाय का काज शुरू तो हो गया लेकिन आयुक्त की गाज नगर निगम के जल प्रदाय विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों पर गिर गई। एक एक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दिए गए।

11 दिसंबर को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रतलाम आगमन पर क्षेत्रीय लोगों ने कहा कि नगर निगम को हस्तांतरित कालोनियों में पेयजल वितरण करने में लापरवाही की जा रही है। इस पर मुख्यमंत्री नाराज भी हुए और निर्देश दिए कि शीघ्र कार्य किया जाए। 12 दिसंबर को जल प्रदाय शुरू किया गया। मगर आयुक्त सोमनाथ झारिया ने जल प्रदाय विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की एक-एक वेतन वृद्धि रोकने के आदेश दे दिए। ज्ञातव्य है कि कार्य नहीं करने पर आयुक्त द्वारा नोटिस भी दिया गया था जिसमें स्पष्टीकरण मांगा गया लेकिन लापरवाह जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारियों ने उसका जवाब भी देना मुनासिब नहीं समझा।

इनकी रोकी गई है वेतन वृद्धियां

जल प्रदाय विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की घोर लापरवाही के कारण मध्यप्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण नियंत्रण तथा अपील) नियम-1966 के तहत मोहम्मद हनीफ शेख प्रभारी कार्यपालन यंत्री, भैय्यालाल चौधरी, सुहास पंडित उपयंत्री, नीरज यादव केमिस्ट व मोहनलाल ओसारी पम्प कुल की एक-एक वेतनवृद्धि असयंचयी प्रभाव से रोकी गई।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *