सामाजिक सरोकार : इसी उम्र में बच्चे भटक जाते हैं और बालिका हो जाती शोषण का शिकार

🔲 छात्राओं को दी वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली एवं उपलब्धि समस्त सुविधाओं की जानकारी

🔲 महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा कार्यशाला आयोजित

हरमुद्दा
रतलाम, 5 जनवरी। कन्या महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई, लैंगिक शोषण उत्पीड़न समिति एवं रेड रिबन समिति की ओर से आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में उपस्थित छात्राएं एवं प्रोफेसर

वन स्टॉप सेंटर की प्रशासिका शकुंतला मिश्रा ने छात्राओं को वन स्टॉप सेंटर की कार्यप्रणाली एवं उपलब्धि समस्त सुविधाओं के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि, राजा राममोहन राय ने जो विधेयक पारित किया कि बालिका की विवाह की उम्र अट्ठारह एवं बालक की 21 होना अनिवार्य है। यह बताते हुए बाल विवाह के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। क्योंकि इसी उम्र में बच्चे भटक जाते हैं और बालिका शोषण का शिकार हो जाती है। मानसिक प्रताड़ना से पीड़ित महिला को सुरक्षा देना और उनकी काउंसलिंग करना नाबालिग से यौन शोषण लैंगिक हिंसा से पॉक्सो एक्ट सुरक्षा करता है। इस के लिए धारा 376 की जानकारी दी। वन स्टॉप सेंटर महिलाओं को स्थाई रूप से आश्रय भी प्रदान करता है।

अधिकारों के प्रति जागरूकता जरूरी

एमएसडब्ल्यू के बारे में भी छात्राओं को बताते हुए कहा, समाज कार्य में अवसर उपलब्‍ध है। महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता अत्यंत आवश्यक है, विवाह के पश्चात की सावधानियां, जागरूकता बाल विवाह के दुष्परिणाम वन स्टॉप सेंटर के कार्यालय एवं महिला आत्मनिर्भरता पर प्रकाश डाला।

वन स्टॉप सेंटर में एक ही छत के नीचे बहुत सारी समस्याओं का समाधान

परामर्श दाता रीना जैन ने वन स्टॉप सेंटर में दी जाने वाली सहायता ओं के बारे में छात्राओं से प्रश्न पूछते हुए जागरूकता प्रदान की एवं वहां दी जाने वाली काउसिललिंग, महिला हेल्पलाइन 181 पर कॉल करके अपनी परेशानी बता सकती है ताकि आपको तुरंत पुलिस सहायता प्राप्त हो सकती है और वन स्टॉप सेंटर में एक ही छत के नीचे बहुत सारी समस्याओं का समाधान हो सकता है।

छात्राएं जब भी बाहर निकले रहे सतर्क

तत्पश्चात लैंगिक शोषण एवं उत्पीड़न समिति प्रभारी प्रोफेसर सुषमा कटारे ने बताया कि छात्राएं जब भी बाहर निकले सतर्क रहें। सबसे अच्छी मित्र मां है इसके पश्चात गुरु जिनसे अपनी बातों को शेयर जरूर करें। वन स्टॉप सेंटर की श्रीमती रुचि ने विभिन्न केस स्टडी के माध्यम से छात्राओं को व्यावहारिक जानकारी देते हुए सचेत रहने का आह्वान किया। छात्राओं की ओर से कुमारी कृतिका परमार ने कहा कि वन स्टॉप सेंटर हमारे लिए सहायक है यह जानकारी हमें औरों को भी पहुंचाना है।

यह थे मौजूद

कार्यक्रम में प्रोफेसर नीलोफर खामोशी, डॉ. मीना सिसोदिया, डॉ. सुनीता श्रीमाल, डॉक्टर माणिक डांगे, डॉक्टर बी. वर्षा, डॉक्टर स्नेहा पंडित, डॉ सरोज खरे, डॉक्टर संध्या सक्सेना, प्रो. प्रीति शर्मा, प्रो. ऋतिका श्रीवास्तव, डॉक्टर रोशनी रावत, डॉ. मधु गुप्ता एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रही। संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ. अनामिका सारस्वत ने किया। आभार आजादी के अमृत महोत्सव प्रभारी डॉ. मंगलेश्वरी जोशी ने माना।

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