अक्षय तृतीया पारणा महोत्सव वर्षीतप अनुमोदना में उमड़े श्रद्धालु
हरमुद्दा
रतलाम, 7 मई। सागोद रोड स्थित श्री सौभाग्य तीर्थ परिसर में मंगलवार को वर्षीतक के पारणे के साथ ही अक्षय तृतीया महोत्सव संपन्न हो गया। अभिग्रह धारी, उग्र विहारी, तप केसरी एवं शेर-ए-पंजाब की उपाधि से अलंकृत श्री राजेश मुनिजी एवं सेवाभावी श्री राजेंद्र मुनिजी की निश्रा में हुए इस महोत्सव में तपस्वियों की अनुमोदना में रतलाम के साथ कई स्थानों के श्रद्धालुजन शामिल हुए।
तप के बिना नहीं टिकता कोई धर्म: तपकेसरी श्री राजेशमुनिजी
आलोचना विधि संपन्न करने के बाद मुनिश्री ने कहा कि तप में जो विश्वास करता है, वहीं मोक्ष में जाता है। तप के बिना कोई धर्म टिक नहीं सकता है। तपकेसरीजी ने महोत्सव में उपस्थित असंख्य श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा कि संसार का कोई भी धर्म देखे, तो उसमें तप का महत्वपूर्ण स्थान है। अंग्रेज फास्ट बोलते है, मुस्लिम रोजा बोलते है और हिन्दू इसे उपवास बोलते है। तप का आशय यह है कि त्यागे वहीं आगे रहता है। शरीर में कहीं दुखता है, तो उसे तपाते है। जैसे लकड़ी में कील नहीं जाती,लेकिन वह आग में जलकर राख हो जाती है। वैसे ही तपस्या की आग कर्मों को स्वाहा करती है।हमारेे प्रयास ही हमें मुक्ति दिलाते
उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को नोट पाने और वोट देने के बजाए खोट निकालने में ध्यान देना चाहिए। क्योंकि इससे ही आत्म कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा। तप ऐसा मार्ग है, जिसके प्रभाव से जीवन में आने वाली सभी तकलीफें दूर हो जाती है। जीवन में आने वाली परेशानी मनुष्य को खुद ही दूर करना पड़ती है, इसलिए जब भी परेशानी हो, तो कांच के सामने खड़े होकर देखे कि जो सामने दिख रहा है, वही समस्या का समाधान करेगा। हमारे प्रयास ही हमे मुक्ति दिलाते है, अन्यथा कर्म किसी को छोड़ता नहीं है। इससे ज्ञान, तत्व, चारित्र और तप साधना करके बच सकते है। इस मौके पर सेवाभावी श्री राजेंद्रमुनिजी म.सा.भी उपस्थित रहे।
लाभार्थी का किया बहुमान
महोत्सव को श्री संघ के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश मूणत, परिसर अध्यक्ष सुरेन्द्र गादिया, नवयुवक मंडल के संदीप चौरडिय़ा, बालक मंडल के महामंत्री सौम्य चत्तर, पारस लसौड़, आनंद रांका एवं नंदूरबार की श्रुति सिसौदिया ने संबोधित किया। श्री सौभाग्य जैन महिला मंडल एवं श्री सौभाग्य अणु बहू मंडल ने स्तवन प्रस्तुत किया। श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मंडल द्वारा इस मौके पर महोत्सव के मुख्य लाभार्थी हीरालाल सागरमल मेहता परिवार सहित अन्य लाभार्थियों का बहुमान किया गया। युवा कार्यकर्ता आनंद छाजेड़ का भी सम्मान किया गया। वर्षीतप आराधकों का हुआ पारणा
श्री सौभाग्य जैन नवयुवक मंडल के अध्यक्ष निलेश मेहता, सचिव राजेश बोरदिया एवं कोषाध्यक्ष मनीष मंडलेचा ने बताया कि महोत्सव में 18 वर्षीतप आराधकों का पारणा हुआ। मुनिश्री की प्रेरणा से इतने ही आराधकों ने आगामी वर्ष में वर्षीतप के प्रत्याख्यान भी लिए। कार्यक्रम का संचालन रखब चत्तर एवं सौरभ मूणत ने किया।
बुधवार को मनाएंगे दीक्षा दिवस
प्रवर्तकश्री प्रकाशमुनिजी म.सा.का दीक्षा दिवस 8 मई को मालव केसरी श्री सौभाग्यमलजी महाराज एवं आचार्य प्रवर श्री उमेशमुनिजी के कृपापात्र, घोर तपस्वी श्री कानमुनिजी के सुशिष्य श्री राजेश मुनिजी एवं सेवाभावी श्री राजेंद्रमुनिजी की निश्रा में जप,तप के साथ मनेगा। इस मौके पर नोलाईपुरा स्थित श्री धर्मदास जैन उपाश्रय में धर्मसभा होगी, जिसमें प्रवर्तक के दीक्षा पर्याय की अनुमोदना की जाएगी।