धर्म संस्कृति : रतलाम में मुमुक्षु श्री धर्मेश पिछोलिया की दीक्षा 8 मई को

जैन तीर्थ सगोदियाजी के अंजन शलाका प्रतिष्ठा महोत्सव में होगा भव्य आयोजन
हरमुद्दा
रतलाम, 28 मार्च। प्राचीन जैन तीर्थ सगोदियाजी के अंजन शलाका प्रतिष्ठा महोत्सव में युवा मुमुक्षु श्री धर्मेश पिछोलिया संयम जीवन स्वीकार करते हुए 8 मई को दीक्षा ग्रहण करेंगे। बंधु बेलड़ी आचार्य श्री जिन-हेमचन्द्रसागरसूरीश्वरजी म.सा. ने उन्हें दीक्षा मुहूर्त प्रदान किया।

राजस्थान के डग में चौमेला ऊँचा बरड़िया निवासी अनिल पिछोलिया के सुपुत्र युवा मुमुक्षु धर्मेश को दीक्षा मुहूर्त प्रदान किया गया।

प्रसंग परासली तीर्थे भव्य अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव पत्रिका आलेखन का था। इस अवसर पर शताधिक शिष्य शिल्पी बंधु बेलड़ी आचार्य श्री जिन-हेमचन्द्रसागरसूरीश्वरजी म.सा., आचार्यगण श्री विरागचन्द्रसागरसूरिजी म.सा,श्री पद्मचन्द्रसागरसूरिजी म.सा, श्री आनन्दचन्द्रसागरसूरिजी म.सा.आदि श्रमण-श्रमणी वृंद की निश्रा रही।

अक्षय तृतीया पर पारणा महोत्सव
आचार्यश्री ने मुमुक्षु धर्मेश पिछोलिया को दीक्षा मुहूर्त प्रदान करते हुए बताया कि उन्हें 8 मई 2025 गुरुवार को शाश्वत जैन तीर्थ सगोदिया के 10 दिवसीय भव्य अंजनशलाका प्रतिष्ठा महोत्सव में दीक्षा दी जाएगी। इसके साथ ही भव्य दीक्षा महोत्सव भी आयोजित होगा। प्रतिष्ठा महोत्सव 1 से 9 मई तक आयोजित होने जा रहा है। इस महोत्सव में देशभर से बड़ी संख्या में भक्तजन आ रहे है। इसके पूर्व 30 अप्रैल को अक्षय तृतीया का पारणा महोत्सव भी आयिजित है। दोनों ही प्रसंगों की तैयारी आचार्यगण श्री प्रसन्नचन्द्रसागरसूरिजी म.सा. की निश्रा में जोर शोर से चल रही है।

लगातार दूसरे वर्ष में दीक्षा
रतलाम में आचार्य श्री बंधु बेलड़ी श्रमण परिवार में लगातार दूसरे वर्ष दीक्षा होगी। विगत वर्ष जून में रतलाम के मुमुक्षु संयम पालरेचा ने भी संयम जीवन स्वीकार किया था। जबकि वर्ष 2022 में रतलाम – सैलाना में कोठारी – चाणोंदिया परिवार में तीन दीक्षाये हुई थी।रतलाम में दीक्षाओं का सिलसिला साल दर साल जारी है। अब इसी क्रम में 8 मई को दीक्षा का मंगल प्रसंग आया है।