पड़ताल : सामने आए कई चौकाने वे खुलासे, मामला प्रोफेसर व प्राचार्य की बीच मारपीट का
घट्टिया कॉलेज में विवाद की जड़ अभद्र भाषा
हरमुद्दा
उज्जैन, 19 जनवरी। घट्टिया महाविद्यालय में प्राचार्य और प्राध्यापक विवाद और मारपीट के बाद उसके कारणों की पड़ताल करने पर कई चौकाने वे खुलासे सामने आ रहे है। पता चला है कि इस विवाद का कारण अभद्र भाषा है। प्राचार्य के व्यवहार पर महाविद्यालय की महिला उत्पीडन समिति की संयोजक ने भी थाने में शिकायत की है।
इस महाविद्यालय से पिछले दो सालों में तीन प्रभारी प्राचार्यो डॉ.सक्सेना, डॉ. प्रदीप सिंह पंवार और डॉ. प्रदीप व्यास ने स्वेच्छिक सेवानिवृत्ति ली है। महाविद्यालय के स्टाफ से यह जानकारी भी मिली है कि वर्तमान प्रभारी प्राचार्य शेखर मेदमवार लम्बे समय से यहां पदस्थ है। पिछले साल नवंबर में प्रभारी प्राचार्य बने डॉ. शेखर मेदमवार और पांच महीने पहले इस महाविद्यालय में भोपाल से ट्रांसफर होकर आए डॉ.ब्रह्मदीप अलुने के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब प्राचार्य ने अपने चौकीदार के साथ सुबह नौ बजे आकर महाविद्यालय में सरस्वती की मूर्ति की स्थापना कर दी थी। डॉ. अलुने का कहना था कि अमावस्या का दिन मूर्ति स्थापना के लिए शुभ नहीं माना जाता,वहीं उस रोज पंडितों ने भी मूर्ति स्थापना में आने से इंकार कर दिया था।
आपत्तिजनक भाषा से विवाद बढ़कर मारपीट तक जा पहुंचा
14 जनवरी को भी प्राचार्य शेखर मेदमवार की आपत्तिजनक भाषा से विवाद बढ़कर मारपीट तक जा पहुंचा। महाविद्यालय का एक स्टाफ रूम है लेकिन प्रभारी प्राचार्य शेखर मेदमवार स्टाफ को साथ बैठने भी नहीं देते है। आरोप है कि प्राचार्य महाविद्यालय के विकास के नाम पर चंदा देने के लिए दबाव बनाते है और जिन्होंने नहीं दिया उनसे नाराज हो जाते है।
महिला प्रोफेसर ने की थाने में प्राचार्य की शिकायत
प्रभारी प्राचार्य की अतिथि विद्वानों और कर्मचारियों से तू-तू, मैं-मैं होती रही है। डॉ. मेदमवार कर्मचारियों को तो दबाते ही है साथ ही उन्हें स्टाफ के अन्य लोगों को एक दूसरे के साथ बैठने तक से रोकते रहे है।
पांच अतिथि विद्वानों से भी उनका व्यवहार बेहद खराब
महाविद्यालय में कार्यरत पांच अतिथि विद्वानों से भी उनका व्यवहार बेहद खराब रहता है। महाविद्यालय की महिला उत्पीडन समिति की संयोजक डॉ. वन्दना चुटैल इस बाबद उच्च अधिकारियों को मौखिक रूप से शिकायत भी कर चुकी है। उन्होंने प्रभारी प्राचार्य शेखर मेदमवार को लेकर पुलिस थाना घटिया में भी शिकायत की है कि प्राचार्य का महिलाओं के प्रति व्यवहार बेहद आपत्तिजनक है और उनकी भाषा अमर्यादित है।