प्रधानमंत्री मोदी को काशी में आगामी माह आयोजित संन्यासी समावेश में किया आमंत्रित
शंकराचार्य वांग्मय सेवा परिषद के संन्यासी प्रतिनिधि मण्डल द्वारा भेंट
हरमुद्दा के लिए नीलेश सोनी
नई दिल्ली/रतलाम, 7 फरवरी। आद्य जगद्गुरु भगवान शंकराचार्य की जयन्ती को सर्वात्मभाव दिवस के रूप में राष्ट्रीय दिवस घोषित करवाने और आगामी 26 एवं 27 मार्च को काशी में विशाल संन्यासी समावेश होने जा रहा है। भव्य समारंभ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमन्त्रित करने के लिए शंकराचार्य वांग्मय सेवा परिषद के संन्यासी प्रतिनिधि मण्डल ने से भेंट की।
धर्म प्रचारक नीलेश सोनी ने हरमुद्दा को बताया कि शीर्षस्थ संन्यासी प्रतिनिधि मण्डल में शामिल अखिल भारतीय संत समिति महाराष्ट्र अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानन्द सरस्वती महाराज ने प्रधानमंत्रीजी को को काशी में आयोजित विशाल संन्यासी समावेश की कार्य योजना से अवगत करवाया।
दो दिवसीय वैचारिक मंथन गोष्ठी
स्वामीजी ने प्रधानमंत्री को बताया की हाल ही में मुंबई में शंकराचार्य वांग्मय सेवा परिषद वेदांत भारती, मैसूर मंडलम, कर्नाटक संस्था द्वारा दो दिवसीय वैचारिक मंथन गोष्ठी रखी गई थी। जहां सनातन धर्म उद्धारक भगवान श्री शंकराचार्य के कृतित्व व व्यक्तित्व को जन-मन तक पहुँचाने के पावन उद्देश्य से सनातन धर्मावलम्बियों के लिए वैश्विक राजधानी बनने जा रही अयोध्या में शंकराचार्य जी का भव्य स्मारक का निर्माण होना चाहिए । इस अभूतपूर्व प्रयास के लिए सम्पूर्ण संत समाज एक स्वर में जन-मन-तन-धन समर्थन के लिए सरकार एवं सनातन धर्मावलम्बियों को प्रेरित करेगा।
यह थे प्रतिनिधिमंडल में शामिल संत
इस अभिनव विचार पर देशभर से आए संत महात्माओं ने हर्षध्वनि के साथ अपनी मन्तव्य स्वीकृति प्रदान की थी। इसी पावन उद्देश्य को लेकर आगामी 26 एवं 27 मार्च को काशी में आयोजित विशाल संन्यासी समावेश होने जा रहा है। संन्यासी प्रतिनिधि मण्डल में पू. स्वामी श्री शंकर भारती महास्वामी योगनान्देश्वरमठ , स्वामी श्री गोविन्ददेवगिरि जी महाराज कोषाध्यक्ष श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट, अयोध्या, महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानन्द गिरि जी, स्वामी हरिब्रह्मेन्द्रानन्द जी एवं स्वामी सहजानन्द सरस्वती शामिल रहे।
वैचारिक महाकुम्भ की सराहना
स्वामीजी ने प्रधानमंत्री द्वारा प्रेरित सिंहस्थ 2016 में आयोजित वैचारिक महाकुम्भ से प्रेरणा लेकर मुंबई में उनके द्वारा दिसंबर 2017 में आयोजित वैचारिक महाकुम्भ के बारे में बताये जाने पर श्री मोदी ने प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने चिदध्यानम आश्रम मुंबई द्वारा प्रकाशित तिथि पत्रक- डायरी भेंट की।
प्रयाग माघ मेला विहिप के संत सम्मेलन में मार्गदर्शन
प्रयागराज में आयोजित माघ मेला में संत सम्मेलन महामंडलेश्वर स्वामी श्री चिदम्बरानन्द सरस्वती महाराज ने मार्गदर्शन दिया। सभी सन्तों को अपने धर्म मंच से साधना, जप, पूजा, पाठ कथा आदि के साथ राष्ट्र रक्षा से सम्बन्धित भी उपदेश-व्याख्यान देने चाहिए। ऐसा प्रस्ताव रखा गया। जबकि विहिप मार्गदर्शक मण्डल की बैठक में ये प्रस्ताव रखा गया कि काशी, अयोध्या में और अपने अन्यान्य अनेक कार्यों से हिन्दू सनातन धर्मावलम्बियों को गौरव अनुभव करवाने वाली योगी सरकार को वापस लाने के लिए सन्त महापुरुष हिन्दुओं को खुलकर भाजपा के पक्ष में वोट देने के लिए कहें।