राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता : श्रेष्ठ दिशा में किया गया परिश्रम अवश्य ले जाता है बुलंदी के शिखर की ओर
🔲 कस्तूरबा ग्राम रूलर इंस्टिट्यूट महाविद्यालय इंदौर में दो दिवसीय राज्य स्तरीय महिला शतरंज प्रतियोगिता शुरू
🔲 कुलपति ने की अपनी ओर से पुरस्कार राशि की घोषणा
हरमुद्दा
इंदौर, 9 फरवरी। खेल को जीत की दृष्टि से नहीं अपितु अपना बेहतर देने की कोशिश करते हुए खेलना चाहिए। हमें सदैव परिश्रम पर ध्यान देना चाहिए, परिणाम पर नहीं। श्रेष्ठ दिशा में किया गया परिश्रम अवश्य बुलंदी के शिखर की ओर ले जाता है। किसी भी खेल में शामिल होने के लिए जरूरी है भागीदारी, न कि हार या जीत।
यह विचार देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर की कुलपति डॉ. रेणु जैन ने व्यक्त किए। कुलपति डॉ. जैन कस्तूरबा ग्राम रूलर इंस्टिट्यूट महाविद्यालय इंदौर में शुरू हुई दो दिवसीय राज्य स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता (महिला) के उद्घाटन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थी। विशेष अतिथि के रूप में उच्च शिक्षा विभाग मध्यप्रदेश शासन इंदौर संभाग के अतिरिक्त संचालक डॉ. सुरेश सिलावट मौजूद थे। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. रंजना सहगल ने स्वागत भाषण दिया।
प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय आने वाले विजेताओं के लिए की पुरस्कार राशि की घोषणा
कुलपति डॉ. जैन ने अपनी ओर से ₹5000 की धनराशि ट्राफी के रूप में विजेता को प्रदान करने की घोषणा की। डॉ. सिलावट ने प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले दलों को अपनी ओर से नगद राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान करने की घोषणा की।
विभिन्न संभागों के खिलाड़ी हुए शामिल
प्रतियोगिता में रीवा, सागर, छिंदवाड़ा, भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर एवं इंदौर संभाग से दल शामिल हुए हैं। महाविद्यालय की क्रीड़ा अधिकारी डॉ. पूनम कौशिक ने पूर्व में आयोजित जिला एवं संभाग स्तरीय शतरंज प्रतियोगिता के प्रतिवेदन का वाचन किया। प्रतियोगिता का समापन 10 फरवरी को होगा। संचालन इंदुबाला मालवीय ने किया। आभार गोविंद नागौर ने माना। सती