प्रसिद्ध साहित्यकारों ने साहित्यिक गीत, ग़ज़ल, हास्य-व्यंग्य एवं मुक्तक छंद के बिखेरे फागुनी रंग
‘’साहित्य सृजन कुटुंब’’ ने मनाया होली मिलन समारोह
हरमुद्दा
दिल्ली, 17 मार्च। साहित्य, संस्कृति एवं समाज के उत्थान एवं कल्याण के क्षेत्र में अग्रणी संस्था ‘’साहित्य सृजन कुटुंब’’ के संयोजन एवं तत्वावधान में रंगारंग होली की साहित्यिक गोष्ठी संपन्न हुई। दिल्ली के वरिष्ठ एवं प्रसिद्ध साहित्यकारों ने साहित्य के फागुनी रंग बिखेरे , जिसमें गीत ,ग़ज़ल ,हास्य -व्यंग्य एवं मुक्तक छंद की कविताओं की उपस्थित साहित्यकारों ने शानदार प्रस्तुति दी।
संस्था की संस्थापिका सह संयोजिका संतोष कुमारी ‘संप्रीति’ ने हरमुद्दा को बताया कि सर्वप्रथम वरिष्ठ कवि दिनेश तिवारी ने माँ सरस्वती की वंदना करते हुए कार्यक्रम का आग़ाज़ किया । इसके बाद डॉक्टर अवधेश तिवारी ‘भावुक’ ने स्वागत वक्तव्य दिया। अंग वस्त्र और पुष्पमाला द्वारा सभी का सम्मान किया गया। उपस्थित साहित्यकारों में डॉक्टर अवधेश तिवारी ‘भावुक’ डॉक्टर रश्मि झा, नूतन वर्मा, डॉक्टर बिजेंद्रपाल सिंह ‘मयंक’ कलश कारवाँ फाउंडेशन ट्रस्ट के संस्थापक राही राज एवं उनकी पत्नी प्रीति राही ( बेंगलुरु) त्रिपुरारी कुमार पांडेय, दीपक वशिष्ठ , सुंदर सिंह चौधरी ‘सरल ‘ डॉक्टर सत्यम भास्कर ‘भ्रमर पुरिया, सविता इत्यादि थे। वरिष्ठ कवि सह अधिवक्ता नरेंद्र चंचल की अध्यक्षता एवं विभा राज ‘वैभवी’ के संचालन में कार्यक्रम हुआ।
गुलाल का टीका लगा कर दी शुभकामनाएं
संस्था की संस्थापिका सह संयोजिका संतोष कुमारी ‘संप्रीति’ ने आमंत्रित अतिथियों का आभार व्यक्त करते हुए होली पर्व की मंगलकामनाएं व्यक्त की। साहित्यकारों ने एक दूजे को गुलाल का टीका लगाकर होली पर्व की शुभकामनाएं दी।