भारतीय इतिहास पर होना चाहिए गर्व
स्वाधीनता के पश्चात रतलाम विकास के तपस्वी थे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय कल्याणमल पुरोहित_
स्वराज्य के अमृत महोत्सव अंतर्गत डॉ.रत्नदीप निगम ने कहा
हरमुद्दा
रतलाम 31 मार्च। प्रत्येक भारतीय को अपने इतिहास पर गर्व करना चाहिए। भारत वर्ष 1947 के आजादी के पूर्व भी गौरवशाली अतीत के साथ था। आज भी है और आगे भी रहेगा। युवा पीढ़ी को इतिहास का अध्ययन करना चाहिए। स्वाधीनता के पश्चात रतलाम के विकास के तपस्वी थे स्वर्गीय कल्याणमल जी पुरोहित।
यह विचार श्री सिखवाल ब्राह्मण समाज श्री चारभुजा संगठन (तड़) की गोट के अंतर्गत स्वराज्य के अमृत महोत्सव में बुधवार को जोधा बाग में प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. रत्नदीप निगम ने मुख्य वक्ता के रूप में व्यक्त किए।
प्रत्येक व्रत त्यौहार की जानकारी बच्चों को देना जरूरी
उन्होंने कहा कि हमें हमारे द्वारा मनाए जाने वाले प्रत्येक व्रत त्यौहार की जानकारी बच्चों को देना चाहिए। वर्ष 1947 में हमें अंग्रेजों और मुगलों से स्वतंत्रता मिली और भारतीयों का शासन आया। इस अवसर पर डॉ. निगम ने सिखवाल ब्राह्मण समाज के वरिष्ठ स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्वर्गीय कल्याणमल पुरोहित द्वारा रतलाम नगर को दी गई सौगातो को याद किया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय पुरोहित स्वतंत्रता के पश्चात रतलाम के प्रथम नगर पालिका के अध्यक्ष बने और रतलाम के विकास की जो परिकल्पना रखी थी आज निरंतर है। स्वराज्य के अमृत महोत्सव में उनके कार्यों को याद करना हमारा दायित्व है।
माल्यार्पण के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ
प्रारंभ में श्री महर्षि श्रृंग व स्वर्गीय श्री कल्याणमल पुरोहित की तस्वीर पर माल्यार्पण अतिथियों द्वारा कर दीप प्रज्वलन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ अभिभाषक बी एल त्रिपाठी, समाजसेवी प्रहलाद पुरोहित , नाथूलाल बोहरा मंचासीन थे। संचालन एडवोकेट सतीश त्रिपाठी ने किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में समाज बंधु व महिलाएं उपस्थित थी।