देवदूत बनकर आया आरक्षक : रेलयात्री सामान लेने के लिए प्लेटफार्म पर उतरा, चलती गाड़ी में चढ़ने के दौरान पैर फिसला और…
⚫ यात्रियों ने खींची चैन
⚫ यात्री को पुनः बिठाया उसी ट्रेन में
बीना, 5 अप्रैल। रेलयात्री सामान खरीदने के लिए प्लेटफार्म पर उतरा था। सामान की खरीदारी की, इतने में ट्रेन चलने लगी। दौड़ते हुए ट्रेन में चढ़ने का प्रयास किया, तब तक ट्रेन ने गति पकड़ ली थी और इसी दरमियान यात्री का पैर फिसला और वह हैंडल पकड़ कर लटक गया। तत्काल देवदूत बनकर आरक्षक ने यात्री की जान बचाई। इतने में ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों ने भी चेन खींची। गनीमत रही कि यात्री की जान बच गई।
रेलयात्री दिल्ली निवासी मुकेश चंद्र (58) पिता रामचंद्र हजरत निजामुद्दीन से कर्नाटक के बेलगाम जाने के लिए निजामुद्दीन-मैसूर सुपर फास्ट ट्रेन में सफर कर रहा था। तभी खाने का सामान लेने के लिए वह बीना में प्लेटफार्म पर उतरा था। तभी चलती ट्रेन में चढ़ने से यह हादसा हो गया। प्लेटफार्म नंबर 3 पर आरक्षक उमाराम ने अपनी जान की परवाह न करते हुए तत्काल दौड़ लगाई और आरक्षक को खींचा। इस कार्य में अन्य लोग भी दौड़े और मदद की। रेलयात्री मुकेश चंद्र काफी घबरा गया था। पुनः उसे ट्रेन में चढ़ाया और गंतव्य की ओर रवाना किया।