मामला मां, बेटे और पोते की हत्या का : ऑटो ने पहुंचाया आरोपियों तक, ऑटो चलाने वाले और चावल बेचने वाले ने की हत्या, दोनों ने लिए थे ब्याज पर रुपए

⚫ रुपए देने के बहाने बाप बेटे को ले गए दोनों आरोपी

हरमुद्दा
उज्जैन, 14 अप्रैल। मां बेटे और पोते की हत्या का राज पुलिस ने पास कर दिया है हत्यारे ऑटो चालक और चावल बेचने वाले निकले जिन्होंने नागर से रुपए ब्याज पर लिए थे और ब्लैंक चेक दे दिए थे। ब्लैंक चेक लेने के चक्कर में दोनों आरोपियों ने हत्या की योजना बनाई और घटना को अंजाम दिया।

पिछले दिनों हरि नगर में रहने वाले एक परिवार की हत्या हो गई थी। मां सरोज नागर (74) का शव घर में पलंग पेटी से मिला था। सरोज के बेटे राजेश नागर (45) और पोते पार्थ (21) का शव इंगोरिया के पास चंबल नदी के पास झाड़ियों में मिले थे। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर छानबीन शुरू की थी। हर पहलू पर जांच हुई। पुलिस को कुछ ऐसे सुराग मिले, जिनसे वह आरोपियों तक पहुंच गई। 

मोबाइल की कॉल डिटेल से मिले महत्वपूर्ण सुराग

उज्जैन एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला ने गुरुवार को मामले का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि राजेश और पार्थ का गला धारदार हथियार से काटा गया था। राजेश के पास से मिले मोबाइल के आधार पर उनकी शिनाख्त हुई थी। पुलिस दोनों के घर पहुंची और वहां ताला तोड़ा तो पलंग पेटी में राजेश की मां सरोजबाई का हाथ-पैर बंधा हुआ शव मिला था। पुलिस को राजेश के मोबाइल की कॉल डिटेल से महत्वपूर्ण सुराग मिला था।

सीसीटीवी कैमरे में नज़र आया ऑटो दोनों जगह

जीवाजीगंज टीआई गगन बादल व टीम ने स्मार्ट सिटी योजना के तहत लगाए गए सीसीटीवी कैमरे, पुलिस के कैमरे तथा हरि नगर व आसपास के क्षेत्रों में लगे 100 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को खंगाला था। हरि नगर में 8 अप्रैल की शाम को एक संदिग्ध ऑटो नजर आया था, यही ऑटो बड़नगर रोड पर भी कैमरों में दिखा था। जिसके बाद पुलिस ऑटो नंबर के आधार पर मोहन नगर निवासी जयराम कुशवाह के घर पहुंची थी। जब पुलिस जयराम कुशवाह के घर पहुंची तो पता चला कि वह मूल रूप से सागर का रहने वाला है तथा 10 सालों से उज्जैन में किराये के मकान में रह रहा था। कुशवाह ऑटो चलाने के साथ ही सब्जी का भी ठेला लगाता था। जयराम के गायब होने पर पुलिस ने उसकी तलाश शुरू की और उसे जयसिंह नगर सागर से गिरफ्तार कर लिया था। उसने बताया कि राजेश नागर से 20 हजार रुपये उधार लिए थे। इसके एवज में ब्लैंक चेक साइन करके दिया था। पिता-पुत्र रुपये के लिए दबाव बना रहे थे।

हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में

पिता पुत्र कर रहे थे रुपया को लेकर तगादा

आरोपी जयराम ने पुलिस को बताया कि कमल कॉलोनी निवासी दिनेश जैन फेरी लगाकर चावल बेचने का काम करता है। राजेश नागर से उसने 2.75 लाख रुपये उधार ले रखे हैं। इसका ब्याज जोड़कर करीब साढ़े चार लाख रुपये उधार हो गए। दोनों पिता-पुत्र उसे भी परेशान कर रहे थे। जैन दो सालों से जयराम की ऑटो में ही चावल लेकर गांव-गांव में फेरी लगाकर बेचता था। दोनों ने मिलकर पिता-पुत्र की हत्या की योजना बनाई थी। जिससे उन्हें रुपये न देना पड़े। दिनेश जैन व जयराम ने राजेश नागर व उसके पुत्र पार्थ को झांसा दिया था कि बड़नगर से उनकी उधारी के रुपये आना है, वह भी साथ चले तो रुपये दे देंगे। पिता-पुत्र 8 अप्रैल को साढ़े चार बजे दिनेश जैन व जयराम के साथ ऑटो में गए थे।

मिर्ची पाउडर आंखों में डाला और चाकू से काट दिया गला

इंगोरिया के समीप ग्राम धुरावदा के पास राजेश व उसके पुत्र पार्थ की आंखों में मिर्च पॉवडर डालकर जैन व कुशवाह ने चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी और शव को चंबल नदी के किनारे फेंक दिया था। पिता-पुत्र की हत्या करने के बाद दोनों आरोपी नागर के घर पहुंचे थे। जहां नागर की मां सरोजबाई से बात करने लगे और कपड़े से उसका गला घोंट कर उसे मौत के घाट उतार दिया।

मां थी लकवे की शिकार

सरोज बाई लकवे की मरीज थी, इस कारण कोई विरोध नहीं कर पाई। हत्या के बाद शव को दोनों ने पलंग पेटी में डाला और पूरा घर खंगाल दिया। दोनों आरोपियों का कहना है कि उन्हें घर से नागर को दिए कोरे चेक नहीं मिले हैं। हालांकि, पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं। मामले को चिह्नित श्रेणी में शामिल कर जल्द चालान पेश कर आरोपियों को सजा दिलवाई जाएगी।

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