सेहत सरोकार : कोरोना के मामले कम हुए, लेकिन खतरा टला नहीं, बच्चों में नजर आए यह लक्षण तो, रहे सावधान
⚫ वहां शुरू हो गई फिर से ऑनलाइन क्लास
⚫ कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करने की आदत को बरकरार
⚫ अपने बच्चे को बीमार होने पर उसे स्कूल भेजने से परहेज करें। भले ही उनकी बीमारी कोविड न हो। याद रहे कि एक फ्लू, एक सामान्य सर्दी और रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (आरएसवी) एक बच्चे के लिए उतना ही चुनौतीपूर्ण हो सकता है जितना कि कोविड।⚫
हरमुद्दा
शुक्रवार, 15 अप्रैल। ध्यान रहे कि कि कोरोना के मामले कम हुए हैं लेकिन खतरा टला नहीं है। आपको बच्चों में कोरोना से जुड़े नियमों का पालन करने की आदत को बरकरार रखने की सहाल देनी चाहिए। जो बच्चा टीके के लिए पात्र है, उसे टीका लगवाएं। मास्क, सामाजिक दूरी, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus pandemic) की वजह से दो साल से घर में कैद बच्चों ने स्कूल जाना शुरू कर दिया है। कोरोना की तीसरी लहर खत्म होने के बाद स्कूल खुले हुए कुछ दिन ही हुए थे कि छात्रों में कोरोना के मामले मिलने शुरू हो गए हैं। जाहिर है बच्चों में कोरोना मिलने से एक बार फिर चिंता पैदा हो गई है। जानकारी के अनुसार दिल्ली-एनसीआर के कई स्कूलों में कई छात्र और अध्यापकों में कोरोना पाया गया है, जिसके चलते स्कूलों को एक बार फिर बंद कर दिया गया है और फिर से ऑनलाइन क्लास शुरू हो गई हैं। इस खबर से बच्चों और परिजनों में बेचैनी पैदा हो गई है।
जंग नहीं हुई है खत्म
बेशक कोरोना के नए मामले कम होना और स्कूलों को फिर से खोला जाना एक अच्छा संकेत है लेकिन परिजनों को ध्यान रखना चाहिए कि कोरोना महामारी के खिलाफ जंग अभी खत्म नहीं हुई है। एशिया और यूरोप के कई देशों में चौथी लहर (Covid 4th wave) ने दस्तक दे दी है और मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में जो लोग अपने बच्चों को वापस स्कूल भेज रहे हैं, उन्हें कुछ लक्षणों को ध्यान में रखना चाहिए। अगर बच्चों में कुछ कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण नजर आए, तो बच्चों को स्कूल भेजने की भूल न करें।
नजर आ सकते हैं बच्चों में इस प्रकार के लक्षण
कोरोना होने पर कुछ बच्चों में लक्षण नजर आ सकते हैं जबकि कुछ बच्चों में नहीं भी दिख सकते। अगर बच्चों में कोरोना के आम लक्षणों की बात की जाए, तो उनमें खांसी और बुखार जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। आपको इन लक्षणों पर नजर रखनी चाहिए।
⚫ बुखार
⚫ लगातार खांसी
⚫ सीने में दर्द
⚫ गंध और स्वाद की कमी
⚫ गले में खराश
⚫ पेट और आंतों से जुड़ी समस्याएं
⚫ मांसपेशियों में दर्द
⚫ गंभीर सिरदर्द
⚫ उल्टी
⚫ दस्त
⚫ पेट दर्द
⚫ त्वचा पर लाल चकत्ते
⚫ थकान
⚫ तेजी से सांस लेना
⚫ आंखों का लाल होना
⚫ लाल या सूजी हुई जीभ
⚫ सांस लेने में कठिनाई
⚫ सचेत रहने में असमर्थता
⚫ त्वचा, होंठ या नाखून का रंग पीला होना
⚫ गंभीर पेट दर्द
तो करें स्कूल भेजने से परहेज
अपने बच्चे को बीमार होने पर उसे स्कूल भेजने से परहेज करें। भले ही उनकी बीमारी कोविड न हो। याद रहे कि एक फ्लू, एक सामान्य सर्दी और रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (आरएसवी) एक बच्चे के लिए उतना ही चुनौतीपूर्ण हो सकता है जितना कि कोविड।