जनजातीय समाज में जागरूकता की लहर : जनजाति सुरक्षा मंच की पहल रंग लाई, जनजाति लोगों ने डीलिस्टिंग की आवाज में आवाज मिलाई
⚫ दर्जनों ग्राम पंचायत में डीलिस्टिंग को लेकर प्रस्ताव पारित
⚫ जनजातीय समाज ने दिखाई एकजुटता
⚫ जनजाति सुरक्षा मंच की 1 मई को होना है रतलाम में महारैली
हरमुद्दा
रतलाम 15 अप्रैल। जनजाति छोड़कर अन्य धर्म मुस्लिम ईसाई स्वीकार करने वाले लोगों को डीलिस्टिंग करने के मुद्दे को लेकर जनजाति सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता गांव गांव जाकर समाज जनों को जागरूक कर रहे हैं। प्रयास के सार्थक परिणाम सामने आने लगे हैं और जनजाति समाज एकजुट हो गया है। जिले की दर्जनों ग्राम पंचायतों में डीलिस्टिंग का प्रस्ताव भी पास किया है।
जनजाति सुरक्षा मंच के जिला संयोजक कैलाश वसुनिया, प्रचार प्रसार प्रभारी दीपक निनामा, कमलेश शर्मा, महेश डोडियार ने बताया कि जिले के जनजाति समाज से जनजाति सुरक्षा मंच के कार्यकर्ता गांव-गांव और घर-घर जाकर संपर्क कर रहे हैं उन्हें 1 मई को रतलाम के शासकीय कला विज्ञान महाविद्यालय में डीलिस्टिंग को लेकर होने वाली रैली में शामिल होने का आमंत्रण दे रहे हैं।
मंच की मंशा से प्रेरित हो रहे जनजाति समाज के लोग
मंच की मंशा से प्रेरित होकर जनजाति समाज के लोग डीलिस्टिंग की आवाज में आवाज मिलाने लगे हैं। इतना ही नहीं जिले की दर्जनों ग्राम पंचायतों ने प्रस्ताव पारित किया है कि जो व्यक्ति जनजाति समाज को छोड़कर अन्य धर्म स्वीकार कर रहा है और नौकरी कर रहा है। ऐसे सभी लोगों को डीलिस्टिंग करें और उन्हें नौकरी से हटाया जाए। इस मांग के समर्थन में जनजाति समाज ने जागरूकता का बिगुल फूंक दिया है और उन्होंने मंशा जाहिर की है कि जो व्यक्ति जनजाति समाज का नहीं है, वह जनजाति समाज की सुविधा लेने का भी हकदार नहीं है।
संस्कृति और परंपरा को छोड़कर जाने वाला व्यक्ति जनजाति समाज का नहीं
जो व्यक्ति जनजाति समाज के देवी देवता, संस्कृति और परंपरा को छोड़कर अन्यत्र धर्म और परंपरा को स्वीकार कर रहे है। ऐसे लोग जनजाति समाज की सुविधाओं का लाभ उठा रहे हैं उनके खिलाफ डीलिस्टिंग की कार्रवाई नितांत जरूरी है। इस आशय का प्रस्ताव ग्राम पंचायतों में पारित किया गया है। जनजाति समाज के लोगों ने हस्ताक्षर भी किए हैं।
जिले में है यह सभी सक्रिय
जनजाति सुरक्षा मंच के प्रांत संयोजक कैलाश निनामा, प्रान्त निधि प्रमुख डॉ. रूपचंद मईड़ा, जिला संयोजक कैलाश वसुनिया , प्रचार प्रमुख दीपक निनामा सहित सुमित निनामा, पीरूलाल रावत कार्यकर्ता सक्रिय रहे।
इन ग्राम पंचायतों ने किया है प्रस्ताव पारित
मंच के पदाधिकारियों ने बताया कि रावटी क्षेत्र की बिलडी, अमलीपाड़ा, देथला, भग्गा सेलोत, मोलावा, नायन सदिडा, घटालिया, रानीसिंग, डाबड़ी मलवासी, गढ़ावदिया, तंबोलिया, काटेड़ा, गुर्जरपाड़ा, देवला, हरथल, बीड़, सेजल देवदा, मरगुल, रावटी सहित अन्य ग्राम पंचायतें शामिल है।
कहां पर कितनी ग्राम पंचायत
बाजना विकासखंड में 12 पंचायत, रावटी विकासखंड में 22 पंचायत, सैलाना विकासखंड में 5 पंचायत, नामली मंडल में 4 पंचायत शामिल हैं। इस प्रकार कुल 200 ग्राम सभा हुई। 43 पंचायत में प्रस्ताव पारित किया गया।