… तो झूल गई फांसी के फंदे पर : छोटी बहन को दसवीं में पूरक आई तो बड़ी बहन झूल गई मौत के फंदे पर

⚫ फोन पर पिता को कहा कि चिंता मत करना मैं पढ़ आऊंगी और वह हो जाएगी सप्लीमेंट्री में पास

⚫ पांच बहनों में सबसे बड़ी है फांसी लगाने वाली

हरमुद्दा
भोपाल, 30 अप्रैल। बीकॉम अंतिम वर्ष में पढ़ने वाली छात्रा ने पिता को फोन करके बताया कि पेपर अच्छा गया है। मैं घर जा रही हूं और कहा कि छोटी को सप्लीमेंट्री आई तो चिंता मत करना। मैं उसे पढ़ आऊंगी और वह पास हो जाएगी। मां भी कार्य पर गई थी। पांचों बहने कूलर लगा कर सो रही थी, तभी उसने दूसरे कमरे में जाकर स्कार्फ से फंदा बनाया और पंखे पर लटक गई। जब अन्य बहनों की नींद खुली तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया। नहीं खुला तो फिर पड़ोसियों को बुलाया। पड़ोसियों ने देखा तो वह फंदे पर लटकी हुई थी। सूचना पर पुलिस आई और फंदे से उतारकर अस्पताल भिजवाया पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा पुलिस ने छात्रा का मोबाइल जब्त किया है।

मनीषा अहीरवाल

यह हुआ जहांगीराबाद जिंसी चौराहे पर में रहने वाले मोतीलाल अहीरवाल के यहां। मोतीलाल प्राइवेट कंपनी में ऑफिस बाय हैं और इनकी 5 बेटियां हैं जिसमें से मनीषा सबसे बड़ी है और वह बीकॉम फाइनल ईयर की छात्रा है। शुक्रवार को सलोनी की दसवीं की परीक्षा का परिणाम आया तो वह दो विषय में फेल हो गई। इससे बड़ी मोनिका 12वीं में पास हो गई।

पिता मोतीलाल अहीरवाल

मोतीलाल की पत्नी भी प्राइवेट कंपनी में कार्यरत है। मोतीलाल ने बताया कि फोन पर जब बात हुई तो भी उसने कोई समस्या और परेशानी नहीं बताई और ऐसा कदम उठा लिया। जबकि घर का मैनेजमेंट वही देखती थी। बहनों की जरूरतों को भी वही पूरा करती थी। मैं तो पूरी सैलरी उसके हाथ में दे देता था। पुलिस ने आत्महत्या के मामले को जांच में लिया है और छात्रा का मोबाइल भी जब्त किया है ताकि पता चले कि आखिर छात्रा ने आत्महत्या क्यों की।

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